
जम्मू, 22 मई (Udaipur Kiran) । आतंकवाद के खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और युवाओं में देशभक्ति के मूल्यों को बढ़ावा देने के एक मजबूत प्रयास में भारतीय सेना ने पुंछ, राजौरी और रियासी जिलों के चाकन, समोटे, सबरा और इचिनी क्षेत्रों में स्कूली बच्चों और स्थानीय लोगों के साथ राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया। यह कार्यक्रम सेना के मिशन के तहत आयोजित किया गया था ताकि स्थानीय समुदायों, खासकर दूरदराज और संवेदनशील क्षेत्रों के साथ अपने संबंधों को मजबूत किया जा सके। जागरूकता कार्यक्रम में कुल 67 स्थानीय लोगों, 228 छात्रों और 15 शिक्षकों ने भाग लिया।
भारतीय सेना के एक प्रतिनिधि ने सभा को संबोधित करते हुए मानवता और समाज पर आतंकवाद के विनाशकारी प्रभाव पर जोर दिया। भाषण में शांति, सह-अस्तित्व और राष्ट्रीय एकता की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित किया गया जिसमें छात्रों से सद्भाव और अच्छे नागरिक बनने का आग्रह किया गया। सत्र में आतंकवाद और हिंसा के खतरे, राष्ट्र निर्माण और देशभक्ति के मूल्य, अच्छी नागरिकता की अवधारणा, देश के साथ भावनात्मक और नैतिक जुड़ाव जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रकाश डाला गया।
इस कार्यक्रम को छात्रों, शिक्षकों और स्थानीय लोगों ने समान रूप से सराहा जिन्होंने उन क्षेत्रों में सेना के प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया जहाँ नागरिक प्रशासनिक पहुँच सीमित है। इस पहल ने विशेष रूप से युवा पीढ़ी के लिए शिक्षा, प्रेरणा और नागरिक जुड़ाव के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया। भारतीय सेना द्वारा की गई इस विचारशील पहल ने न केवल राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस मनाया बल्कि सेना और लोगों के बीच विश्वास और सहयोग को भी मजबूत किया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
