
रायगढ़, 22 मई (Udaipur Kiran) । दर्जन भर से अधिक लोगों को अपने जाल में फांसते हुए ठगी का शिकार बनाने के बाद फरार हुए आरोपित रंजीत चौहान को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। उसके खिलाफ अलग-अलग थानों में धोखाधड़ी के आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज है।
ठगबाज रंजीत चौहान ने सरकारी नौकरी व विभिन्न विभागों में ठेका दिलवाने के नाम पर लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाते हुए करोड़ों रूपये गबन कर लिये है। ठगी के शिकार हुए लोगों द्वारा रकम वापसी के लिए कई बार दबाव बनाने के बावजूद राशि वापस नहीं करने पर एक के बाद एक पीडि़त लोगों ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिससे रंजीत के काले कारनामे का खुलासा हो पाया।
पुलिस महा निरीक्षक संजीव शुक्ला ने गुरुवार को खुलासा करते हुए बताया कि आरोपित रंजीत चौहान चक्रधरनगर थाना क्षेत्र के ग्राम डूमरपाली का निवासी है। रंजीत ने पहले एक चैनल के माध्यम से पत्रकारिता शुरू की थी तथा इस बीच उसने असीम कृपा फाउन्डेशंन के नाम से एनजीओ भी बना लिया था। वहीं पत्रकारिता व एनजीओ के माध्यम से रंजीत न केवल शासकीय विभागों में बल्कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के बीच भी अपनी पहचान बना कर ठगी का जाल बुनना शुरू किया था। बताया जा रहा है कि रंजीत ने सरकारी नौकरी दिलाने तथा विभिन्न विभागों में निर्माण कार्य का ठेका दिलवाने के नाम पर कई लोगों से लाखों रूपये की ठगी की है। वहीं जब पीडि़तों को उनके साथ धोखा होने की जानकारी हुई तो एक एक कर पीडि़त सामने आने लगे और थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
एफआईआर दर्ज होने के बाद गिरफ्तारी के भय से रंजीत चौहान फरार हो गया था। वहीं पुलिस टीम व सायबर सेल द्वारा लगातार उसकी पतासाजी की जा रही थी तथा माोबाईल का लोकेशन ट्रेस करने का भी प्रयास किया जा रहा था। इस बीच अलग अलग शहर में रह कर वह पुलिस की आंख में धूल झोंकता रहा।
काफी खोजबीन के बाद अंतत: ठगबाज रंजीत चौहान को अपने हत्थे चढ़ाने में पुलिस को सफलता हासिल हुई है। रंजीत चौहान द्वारा संचालित एनजीओ की आड़ लेकर तथा शासकीय महकमों में पकड़ होने की बात कहते हुए लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाता था। घरघोड़ा के टेंडा नावापारा निवासी वृद्धा को अपने एनजीओ द्वारा संचालित वृद्धा आश्रम में रखने के नाम पर एक लाख 10 हजार रूपये ऐंठ लेने के अलावा ग्रामीण बैंक में रिक्त पदों पर भर्ती के नाम से तकरीबन 11 लोगों से 44 लाख रूपये की ठगी करने का मामला सामने आया हे। इसके अतिरिक्त उसके धोखाधड़ी की लंबी फेहरिस्त है, जिसका परत-दर-परत खुलासा हो रहा है। फिलहाल रंजीत चौहान को बुधवार शाम चक्रधर थाना लाया गया है। उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई जारी है।
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(Udaipur Kiran) / रघुवीर प्रधान
