
•पलसाणा ग्राम पंचायत ने सूरत जिला सहित पूरे गुजरात को किया गौरवान्वित
•विशाखापट्टनम में आयोजित होने वाले ‘28वीं नेशनल ई-गवर्नेंस कॉन्फ्रेंस’ में सम्मान के साथ अवार्ड प्रदान किया जाएगा
•सम्पूर्ण देश में ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में पलसाणा ग्राम पंचायत की अद्वितीय सफलता
सूरत, 21 मई (Udaipur Kiran) । पलसाणा ग्राम पंचायत ने सूरत जिले सहित पूरे गुजरात को गौरवान्वित किया है। ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए देश की 1.44 लाख ग्राम पंचायतों में से गुजरात की पलसाणा ग्राम पंचायत को नेशनल ई-गवर्नेंस अवॉर्ड के लिए चुना गया है। गुजरात और पूरे देश में ई-गवर्नेंस में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त करने वाली पलसाणा ग्राम पंचायत को विशेष श्रेणी सेवा वितरण के विस्तार/गहराई के लिए जमीनी स्तर की पहल के लिए यह अवॉर्ड दिया जाएगा। यह अवॉर्ड विशाखापट्टनम में आयोजित होने वाले ’28वें नेशनल ई-गवर्नेंस कॉन्फ्रेंस’ के दौरान केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में प्रदान किया जाएगा।
पलसाणा ग्राम पंचायत ने लोकसेवा पहुंचाने की पद्धति में डिजिटल रूपांतरण लाकर पारदर्शिता, तेजी और कार्यक्षमता बढ़ाने का कार्य किया है। ई-गवर्नेंस के माध्यम से स्थानीय नागरिकों को सुगम और प्रभावी सेवाएं उपलब्ध कराई गई हैं, जिसके कारण यह गांव देशभर में उदाहरण बन गया है। पलसाणा ग्राम पंचायत द्वारा 100% कर वसूली की प्रक्रिया ऑनलाइन की जाती है। इसके अलावा, ग्राम पंचायत स्तर पर वी.सी.ई. और तलाटी द्वारा वर्ष 2024-25 के दौरान अनुमानित 17,484 से अधिक ऑनलाइन सेवाएं ग्रामजनों को प्रदान की गई हैं। सिक्योर पलसाणा के अंतर्गत पलसाणा ग्राम पंचायत ने गांव में विभिन्न स्थानों पर लगभग 75 सी.सी.टी.वी कैमरे स्थापित किए हैं। ग्राम पंचायत द्वारा डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण की कार्यप्रणाली आदर्श है। ग्रामजनों के लिए वर्तमान में ई-लाइब्रेरी का निर्माण किया जा रहा है। सरपंच प्रवीनभाई आहिर और उपसरपंच परेशभाई मैसुरिया के अथक प्रयासों तथा ग्रामजनों के हित को सर्वोपरि रखकर काम करने की भावना के कारण ग्राम पंचायत पलसाणा इस पुरस्कार की हकदार बनी है। इस अवसर पर सूरत जिला पंचायत की अध्यक्ष भाविनीबेन पटेल ने कहा कि पलसाणा ग्राम पंचायत को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार मिलना सूरत जिला और राज्य सरकार के लिए अत्यंत गर्व की बात है। इससे राज्य की अन्य ग्राम पंचायतों को प्रेरणा मिलेगी। जिला विकास अधिकारी शिवानी गोयल ने कहा कि हम पलसाणा की कार्यप्रणाली को अन्य ग्राम पंचायतों में भी लागू करने का प्रयास करेंगे, ताकि अधिक से अधिक लोगों को ई-गवर्नेंस का लाभ मिल सके। हमारा लक्ष्य है कि डिजिटल गवर्नेंस ग्रामीण स्तर तक पहुंचे और जनसेवा और अधिक सशक्त बने।
तहसील-जिला-राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न मानदंडों में उत्कृष्ट प्रदर्शन
इस पुरस्कार के लिए पलसाणा ग्राम पंचायत ने तहसील-जिला-राज्य स्तरीय जाँच समिति की कसौटी पास करने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर गुजरात राज्य का प्रतिनिधित्व किया था। राष्ट्रीय स्तर की समिति ने पलसाणा का प्रत्यक्ष दौरा कर मूल्यांकन किया। इसके बाद, प्रशासनिक सुधार और सार्वजनिक शिकायत विभाग, नई दिल्ली द्वारा गठित राष्ट्रीय स्तर की जूरी पैनल के समक्ष पलसाणा ग्राम पंचायत के कार्यों का मूल्यांकन हुआ, जिसमें देश की 1.44 लाख ग्राम पंचायतों में से गुजरात की पलसाणा ग्राम पंचायत ने बाजी मारी है। इस प्रकार, राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयन केवल पलसाणा के लिए ही गर्व का क्षण नहीं है, बल्कि पूरे राज्य के लिए जनसेवा और डिजिटल गवर्नेंस की सफलता का स्पष्ट उदाहरण है, जो साबित करता है कि ग्रामीण स्तर पर तकनीक के माध्यम से लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है।
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(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय
