RAJASTHAN

पूर्व सभापति के फार्म हाउस में घुसा लेपर्ड, नेपियर घास में छिपा, रेस्क्यू अभियान जारी

लेपर्ड अपने शिकार को खाने लगा।

बांसवाड़ा, 21 मई (Udaipur Kiran) । शहर के बाई तालाब क्षेत्र में बुधवार दोपहर नगर परिषद के पूर्व सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी के फार्म हाउस में एक तेंदुआ (लेपर्ड) घुस आया। दाेपहर में जब फार्म पर काम कर रहे मजदूर ने खेत में संदिग्ध हरकत देखी और तत्काल इसकी सूचना मालिक को दी।

वन विभाग की टीम उसे रेस्क्यू करने की काेशिश कर रही है।

पूर्व सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी ने बताया कि फार्म पर कार्यरत कालू नामक कर्मचारी ने उन्हें फोन कर सूचित किया कि खेत में लेपर्ड घुस आया है और नेपियर घास के झुरमुट में छिपा हुआ है। सूचना मिलते ही त्रिवेदी ने तत्काल वन विभाग को सूचित किया, जिसके बाद रेंजर संतोष डामोर के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची।

रेंजर संतोष डामोर ने बताया कि टीम ने मौके पर पहुंचकर करीब एक घंटे तक लेपर्ड की तलाश की, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। खेत में 10 फीट ऊंची नेपियर घास उगी हुई है, जिसके चलते लेपर्ड को देख पाना और ट्रैक करना बेहद मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि घास इतनी ऊंची और सघन है कि उसमें ड्रोन से भी खोजबीन संभव नहीं है।

डामोर ने बताया कि इलाके में लेपर्ड की मौजूदगी असामान्य नहीं है। यह क्षेत्र वन क्षेत्र से सटा हुआ है, जिससे वन्यजीव विशेषकर तेंदुए, पानी पीने के लिए बाई तालाब की ओर आते रहते हैं। ऐसे में फार्म हाउस जैसे एकांत और शांत क्षेत्र में उनका प्रवेश कोई आश्चर्य की बात नहीं है।

हालांकि तेंदुआ अब तक किसी को नुकसान नहीं पहुंचा पाया है, लेकिन एहतियात के तौर पर आसपास के लोगों को सतर्क कर दिया गया है और फार्म हाउस क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।

रेंजर डामोर ने बताया कि टीम एक बार फिर रेस्क्यू के लिए खेत में है क्योंकि सांझ के समय लेपर्ड का मूवमेंट बढ़ सकता है और वह खुले में आ सकता है।

वन विभाग की टीम पूरी सतर्कता के साथ क्षेत्र में निगरानी बनाए हुए है। साथ ही, तेंदुए की उपस्थिति को लेकर आसपास के ग्रामीणों और रहवासियों को सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है।

घटना के बाद से बाई तालाब क्षेत्र और आस-पास के इलाकों में दहशत का माहौल है। लोग अपने बच्चों और पालतू जानवरों को लेकर खासे चिंतित हैं। ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द तेंदुए को पकड़कर सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जाए ताकि क्षेत्र में भय का माहौल खत्म हो सके।

वन विभाग की टीम ने स्पष्ट किया है कि जैसे ही लेपर्ड का मूवमेंट स्पष्ट रूप से ट्रैक किया जाएगा, उसका सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया जाएगा। फिलहाल टीम की निगरानी और सर्च ऑपरेशन जारी है।

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(Udaipur Kiran) / रोहित

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