
धर्मशाला, 21 मई (Udaipur Kiran) ।
अखिल भारतीय आतंकवाद विरोधी मोर्चा के अध्यक्ष मनिंदरजीत सिंह बिट्टा ने कहा है कि इंटरनेट मीडिया पर देश विरोधी पोस्ट डालने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए। इंटरनेट मीडिया पर डाली गई पोस्टों व शेयर की गई वीडियो को खंगाला जाना चाहिए। सीमाओं पर तो सेना दुश्मन को मुंह तोड़ जवाब दे रही है, लेकिन ज्यादा खतरा ऐसे लोगों से है, जोकि देश विरोधी पोस्टें इंटरनेट मीडिया पर डाल रहे हैं। बिट्टा ने यह बात बुधवार को धर्मशाला के परिधि गृह में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रहित सर्वोपरि है। आतंकवादी हमलों में संसद हमला, 26/11हमला, दीवाली पर पटाखे लेने गए परिजनों पर हमला। कई जगह आतंकी हमलों में खून से लहुलूहान देह घर पर आती थीं। देश ने बर्दाश्त किया। राजनीतिक पार्टियों ने राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं दिखाई। पंजाब में राजनीतिक इच्छाशक्ति जब खत्म हुई तो खालिस्तान आतंकवादी पाकिस्तान की तरफ गए। पहलगाम में आतंकी हमला हुआ 27 हिंदू मारे गए। इस पर सैन्य कार्रवाई करते हुए भारत ने आतंकी अजहर के परिवार को खत्म किया। पाकिस्तान ने पंजाब, अमृतसर के कई गांवों में ड्रोन चलाए, लेकिन सेना के सुदर्शन-400 ने इन सभी बमों को ध्वस्त कर दिया। पुलवामा अटैक में मारे गए 42 सेना जवानों के बदले में भारतीय सेना ने एयर स्ट्राइक कर आतंकियों को मिट्टी में मिला दिया।
उन्होंने कहा कि आपरेशन सिंदूर के दौरान केवल आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की गई है न कि पाक की जनता पर, लेकिन इस पर पाक की ओर से किए गए हमले के बाद सेना ने मुंह तोड़ जवाब दिया है और अपनी ताकत दिखा दी है। उन्होंने पाकिस्तानी नेता बिलावल भुट्टो के बयान पर जवाबी हमला बोलते हुए कहा कि अब की बार पाकिस्तान पानी के लिए तरसेगा। अब आतंकी हाफिज और अजहर को गोली का जवाब गोली से दिया जाएगा।
मुंह ढककर भिंडरावाला जिंदाबाद बोलने वालों को देवभूमि में नही किया जाएगा बर्दाश्त
उन्होंने कहा कि देवभूमि में पंजाब से आने वाले पर्यटक आएं तो उनका स्वागत होगा, लेकिन अगर मुंह को ढक भिंडरावाला जिंदाबाद के नारों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके अलावा पगड़ी पहनकर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाले नकली देशभक्तों से सतर्क रहना होगा। उन्होंने खालिस्तानी एक्टिविस्ट गुरपतबंत सिंह पन्नू को लेकर कहा कि पन्नू ने हाल ही में एक बयान दिया था, जिसमें उसके पीछे पाकिस्तान का झंडा दिख रहा है। जिस पर किसी ने एक भी प्रतिक्रिया नहीं दी। यह खालिस्तान, लश्कर-ए-तैयबा और आईएसआई एक ही मेल है। बबर खालसा, मेहर सिंह बबर, हजारों लोगों का कातिल परमजीत सिंह पंजबर पाकिस्तान में मरे इनका क्रिया कर्म पंजाब में हो रहा है। अब हम सबकी जिम्मेवारी है कि हम राष्ट्रहित में अपना योगदान सुनिश्चित करें। चाहे वह किसी भी रूप में हो।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
