Haryana

फसली ऋण पर सात फीसदी ब्याज वसूलना अन्नदाता के साथ क्रूर मजाक: सैलजा

कुमारी सैलजा।

किसान हितैषी है तो निर्णय को तत्काल वापस ले सरकार

सिरसा, 21 मई (Udaipur Kiran) । स्थानीय सांसद कुमारी सैलजा ने कहा है कि फसली ऋण पर सात फीसदी ब्याज वसूलने का नया फरमान किसानों पर भाजपा सरकार का नया अत्याचार है। अगर सरकार वाकई किसान हितैषी है तो यह आदेश तत्काल प्रभाव से वापस लेना चाहिए।

सांसद कुमारी सैलजा ने बुधवार को मीडिया में एक बयान जारी कर कहा कि शायद भाजपा सरकार को याद होगा, अगर नहीं है तो याद करना होगा कि पूर्व में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में किसानों को राहत देते हुए फसली ऋण पर ब्याज माफ किया गया था, लेकिन अब भाजपा सरकार लगातार किसानों को कर्ज के बोझ तले दबा रही है। इतना ही नहीं, वर्तमान भाजपा सरकार में व्यापारियों को भी 10 से 12 प्रतिशत की भारी ब्याज दर पर ऋण दिया जा रहा है। इससे व्यापारियों की कमर टूट रही है। सैलजा ने कहा कि महंगाई और मंदी के इस दौर में जब व्यापार पहले ही संकट में है, तब सरकार का यह रवैया उन्हें आर्थिक रूप से और भी अधिक कुचल रहा है। प्रदेश में किसानों और व्यापारियों दोनों पर दोहरी मार पड़ रही है। एक ओर फसली ऋण पर सात प्रतिशत ब्याज, दूसरी ओर व्यापारिक ऋण पर दो अंकीय ब्याज दरें। यह साफ दर्शाता है कि भाजपा सरकार आम जनता की नहीं, बल्कि चंद पूंजीपतियों की हितैषी है।

सांसद ने भाजपा सरकार को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि फसली लोन पर ब्याज सात प्रतिशत करने के फैसले का विरोध कांग्रेस करती रहेगी। फसली ऋण पर ब्याज सात प्रतिशत करना अन्नदाता के साथ सीधी लूट है। सैलजा ने कहा कि स्वयं को किसान हितेषी होने का दावा करने वाली भाजपा सरकार एक के बाद एक कर किसान विरोधी फैसले लागू कर रही है, इससे भाजपा का असली चेहरा जनता के सामने आ गया है। सैलजा ने सरकार से फसली ऋण पर सात प्रतिशत ब्याज का निर्णय तुरंत वापस लेने की मांग की। उन्हाेंने कहा कि और किसानों को राहत देने के लिए ब्याज माफ किया जाए, व्यापारिक ऋणों पर ब्याज दरें यथासंभव कम की जाए, ताकि लघु और मध्यम व्यापारी राहत महसूस कर सकें। उन्हाेंने कहा कि कांग्रेस हमेशा किसानों, मजदूरों और व्यापारियों के साथ खड़ी रही है और आगे भी उनके हक के लिए संघर्ष करती रहेगी।

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(Udaipur Kiran) / Dinesh Chand Sharma

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