HimachalPradesh

तुर्की से सेब आयात पर सियासत कर रही कांग्रेस : सुरेश कश्यप

Suresh kashyap

शिमला, 20 मई (Udaipur Kiran) । भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद सुरेश कश्यप ने तुर्की से सेब के आयात को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस इस विषय पर भी सस्ती राजनीति करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने मंगलवार को एक बयान में कहा कि कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी केवल श्रेय लेने की होड़ है जबकि केंद्र सरकार पहले ही इस विषय पर गंभीरता से काम कर रही है और जल्द ही कोई बड़ा निर्णय आने की पूरी संभावना है।

कश्यप ने कहा कि हिमाचल प्रदेश से कई प्रतिनिधिमंडल इस विषय को लेकर केंद्रीय मंत्रियों और संबंधित अधिकारियों से मुलाकात कर चुके हैं। प्रतिनिधिमंडलों ने सरकार के समक्ष किसानों की चिंता रखते हुए पाँच प्रमुख मांगे रखी हैं। इनमें सबसे पहली और अहम मांग तुर्की से सेब के आयात पर तुरंत रोक लगाने की है। इससे हिमाचल के बागवानों को राहत मिल सके।

दूसरी मांग के तहत अन्य देशों से आने वाले सेब पर न्यूनतम आयात मूल्य की सीमा को बढ़ाने की बात कही गई है, ताकि सस्ते विदेशी सेब भारतीय बाजार में घरेलू उत्पादन को नुकसान न पहुंचा सकें। तीसरी मांग यह है कि विदेशों से आने वाले सेब पर गुणवत्ता नियंत्रण और पादप स्वच्छता (फाइटोसैनिटरी) मानकों को सख्ती से लागू किया जाए, ताकि किसी भी प्रकार की बीमारी या विषाणु देश में प्रवेश न कर सके।

कश्यप ने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे को केवल मीडिया की सुर्खियों में बने रहने के लिए उठा रही है, जबकि केंद्र सरकार पहले ही इस विषय पर चिंतनशील है। उन्होंने कहा कि हिमाचल के किसानों की समस्याएं भाजपा के लिए केवल राजनीतिक मुद्दा नहीं, बल्कि चिंता और संवेदनशीलता का विषय हैं।

उन्होंने कांग्रेस को सलाह दी कि वह इस विषय पर राजनीति करने की बजाय केंद्र सरकार के प्रयासों को सहयोग दे। केंद्र सरकार ने अब तक जितने भी सुझाव हिमाचल के प्रतिनिधिमंडलों से प्राप्त किए हैं, उन पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है और आने वाले समय में बागवानों के हित में उचित निर्णय लिया जाएगा।

कश्यप ने साफ कहा कि कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी से न तो किसानों को कोई लाभ मिलेगा और न ही इससे समाधान निकलेगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि भाजपा और केंद्र सरकार हिमाचल के सेब उत्पादकों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और कोई भी निर्णय सोच-समझकर बागवानों के हित को ध्यान में रखकर लिया जाएगा।

———–

(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा

Most Popular

To Top