
–भाषण, रंगोली, पेंटिंग, प्रतियोगिता, महिला दौड़, नदियों के घाटों पर स्वच्छता आदि कार्यक्रम होंगे आयोजित –यमुनापार जिलास्तरीय बैठक रामपुर में सम्पन्नप्रयागराज, 19 मई (Udaipur Kiran) । अपने शासनकाल में धर्म के प्रति समर्पण, राष्ट्रीय स्वाभिमान और प्रजा के प्रति सेवा के लिए महारानी अहिल्याबाई होल्कर को “पुण्यश्लोक“ की उपाधि प्राप्त हुई थी। ब्राह्मण मे भगवान विष्णु, पांडव युधिष्ठिर, राजा नल और इंदौर के होल्कर वंश की महारानी अहिल्याबाई सहित चार को ही पुण्यश्लोक की उपाधि प्राप्त हुई थी।यह बातें सोमवार को भाजपा यमुनापार द्वारा आयोजित जिला बैठक को बृजमंगल सिंह इंटर कालेज रामपुर में सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि काशी क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपा नेता पूर्व जिला प्रभारी यमुनापार अनिल सिंह ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने बताया कि पति, ससुर, पुत्र की मौत के बाद भी देश मे तीन हजार मंदिरों का निर्माण-पुनरोद्धार और महिलाओं के उत्थान और सुशासन के लिए अहिल्याबाई के महिला सशक्तिकरण संघर्षों की जीवन गाथा समाज के लिए अनुकरणीय है।
अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ल ने कार्यकर्ताओं से अपील किया कि पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर उनके त्याग बलिदान को आने वाली पीढ़ियों को अवगत कराएं। भाजपा जिला मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि विभिन्न विद्यालयों में भाषण, रंगोली, पेंटिंग, प्रतियोगिता, महिला सशक्तिकरणके लिए दौड़, नदियों के घाटों पर स्वच्छता, अहिल्याबाई होल्कर को श्रद्धांजलि, उनके जीवन पर प्रकाश डालना, पंचायत सम्मेलन, क्षेत्र पंचायत प्रतिनिधियों का ब्लाक स्तर व जिला पंचायत प्रतिनिधियों का जिला पंचायत स्तर में कार्यक्रम व प्रदर्शनी आदि कार्यक्रय 21 से 31 मई के मध्य आयोजित होंगे। जिसमें महिला जनप्रतिनिधियों की सहभागिता होंगी।
संचालन जिला संयोजक अशोक पाण्डेय ने एवं आभार व समापन जिलाध्यक्ष महिला मोर्चा सविता मिश्रा ने किया। इस अवसर पर कार्यक्रम के जिला सह संयोजक प्रदीप पांडेय, मंडल अध्यक्ष सुखलाल सिंह पटेल, जिला पदाधिकारियों में अजीत प्रताप सिंह, संतोष त्रिपाठी, प्रकाश शुक्ल, कमलेश त्रिपाठी, शिवराम सिंह परिहार, दिलीप कुमार चतुर्वेदी, सुधाकर पांडेय, राजमणि पासवान, कुशल जैन, आनन्द तिवारी के साथ सभी मंडल अध्यक्ष, मंडल प्रभारी, विधानसभाओं के संयोजक सह संयोजक एवं अभियान की जिला टीम मौजूद रहीं।
(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र
