
गुरुकुल आर्यनगर में संस्थापक स्वामी देवानंद सरस्वती की मनाई जाएगी 40वीं
पुण्यतिथि
गुरुकुल आर्यनगर की स्थापना 13 अप्रैल 1964 को की गई : लाल बहादुर खोवाल
हिसार, 19 मई (Udaipur Kiran) । संस्कारों व सामाजिक सरोकारों के प्रति प्रतिबद्धता
जताने वाले गुरुकुल आर्यनगर में 20 मई को गुरुकुल के संस्थापक स्वामी देवानंद सरस्वती
की 40वीं पुण्यतिथि मनाई जाएगी। इस अवसर पर गुरुकुल के छात्र देशभक्ति की प्रस्तुतियां
भी देंगे। इस कार्यक्रम में नगर निगम आयुक्त अशोक कुमार गर्ग मुख्यातिथि रहेंगे और
सीकर के पूर्व सांसद व गुरुकुल के प्रधान स्वामी सुमेधानंद सरस्वती अध्यक्षता करेंगे।
कार्यक्रम के संदर्भ में साेमवार काे गुरुकुल में बैठक भी आयोजित की गई। इस बैठक में गुरुकुल
के कार्यकारी प्रधान रामकुमार आर्य, उपप्रधान एडवोकेट सुभाष जांगड़ा, मंत्री एडवोकेट
लाल बहादुर खोवाल, मानद कुलपति पंडित रामस्वरूप शास्त्री, रामफल वर्मा, सुरेश कुमार
शास्त्री, प्रबंधक कर्नल ओमप्रकाश, मुख्याधिष्ठाता इंद्र देव शास्त्री, सत्यव्रत आर्य,
मान सिंह पाठक, एडवोकेट श्वेता शर्मा, विनय मल्होत्रा, निहाल सिंह डांगी, दीपचंद आर्य,
राहुल आर्य, हिमांशु आर्य खोवाल, अश्विनी शास्त्री, कर्ण शर्मा व विनोद कुमार आर्य
सहित काफी गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
गुरुकुल के मंत्री एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल ने बताया कि इस कार्यक्रम में
हकृवि के रजिस्ट्रार डॉ. पवन कुमार, हकृवि के वित्त नियंत्रक नवीन जैन, प्रमुख समाजसेवी
जिले सिंह टॉक, समाजेसवी संतोष कुमारी, शिक्षाविद गुन सागर जैन व प्रो. डॉ. केके वर्मा
विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर गुरुकुल के विद्यार्थी
देशभक्ति व वैदिक संस्कृति पर आधारित प्रस्तुतियां देंगे। इस दौरान गुरुकुल के इतिहास
व गुरुकुल शिक्षा पद्धति पर भी प्रकाश डाला जाएगा।
खोवाल बताया कि स्वामी देवानंद सरस्वती ने 13 अप्रैल 1964 को आर्यनगर गुरुकुल
की स्थापना की थी। वे उस समय स्वतंत्रता सेनानी थे। आर्य नगर के लाला केसर दास बत्रा
ने डेढ़ एकड़ जमीन दान स्वरूप दी। इस जमीन पर गुरुकुल का निर्माण किया गया। वर्तमान
में गुरुकुल के मानद कुलपति आचार्य रामस्वरूप शास्त्री ने 13 अप्रैल 1964 को गुरुकुल
में बच्चों की पहली कक्षा ली थी। 61 वर्षों तक गुरुकुल की सेवा करने के उपरांत अब भी
वे गुरुकुल में पूरा सहयोग करते हैं। अभी-अभी गुरुकुल के संरक्षक प्रमुख समाजसेवी राजेंद्र
गावड़िया ने गुरुकुल के साठ साल पुराने ब्लॉक की जगह नए ब्लॉक का निर्माण करा कर बहुत
सुंदर भवन तैयार करवाया है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
