
गुवाहाटी, 18 मई (Udaipur Kiran) । एडवांटेज असम 2.0 के तहत 23,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव अब क्रियान्वयन की ओर बढ़ चुके हैं। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने रविवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि इन परियोजनाओं से राज्य में लगभग छह हजार नई नौकरियां सृजित होंगी।
यह घोषणा गुवाहाटी स्थित श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में आयोजित एक उच्चस्तरीय निवेश सम्मेलन के दौरान रविवार को मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने की। इस मौके पर 20 से अधिक समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर हुए। मुख्यमंत्री ने इस आयोजन को असम में “निवेश और विकास के नए युग की शुरुआत” बताया।
सरमा ने कहा कि असम ने औद्योगिकीकरण को बढ़ावा देने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। “अब तक हमने 5.18 लाख करोड़ रुपये के निवेश समझौते किए हैं और 30,000 करोड़ की परियोजनाएं ज़मीन पर उतरने के करीब हैं।”
गुवाहाटी रिंग रोड और नरेंगी-कुरुवा पुल जैसी प्रमुख परियोजनाओं का भी जिक्र हुआ, जिनमें कुल 7,800 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है। इन परियोजनाओं का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 8 सितंबर को करेंगे।
इस बीच केंद्र सरकार ने गुवाहाटी-सिलचर एक्सप्रेस हाईवे (23,000 करोड़ रुपये) को हरी झंडी दे दी है, जो राज्य के भीतर यातायात और रणनीतिक संपर्क को मजबूती देगा।
प्रमुख निवेशकों में हिंदुजा रिन्यूएबल्स 14,000 करोड़, एनईईपीसीओ 2,400 करोड़ रुपये, मेगा श्री सीमेंट्स 859 करोड़ रुपये, मेघा टॉप इंफ्रा 859.2 करोड़ रुपये, एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी 950 करोड़ रुपये, अमृत सीमेंट 617 करोड़ रुपये, मैक्स सीमेंट 512.91 करोड़ रुपये, ओटीपीसी (संयुक्त उद्यम) 500 करोड़ रुपये, कामाख्या बायोफ्यूल्स 346 करोड़ रुपये, डाऊनटाउन हॉस्पिटल 129.72 करोड़ रुपये, ताज ग्रुप (आईएचसीएल) 175 करोड़ रुपये तथा अमूल सैटेलाइट डेयरी (गुवाहाटी) 75 करोड़ रुपये शामिल हैं।
करीब 2,800 करोड़ रुपये की लागत से एथेनॉल उत्पादन इकाइयों और सीमेंट संयंत्रों का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। कई अन्य परियोजनाएं वर्ष के अंत तक चालू हो सकती हैं।
मुख्यमंत्री ने निवेशकों से कामरूप के बाहर भी उद्योगों के विस्तार की अपील की। उन्होंने बिश्वनाथ को अमूल की दूसरी डेयरी इकाई के लिए उपयुक्त स्थान बताया और हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया।
युवाओं के पलायन पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा, “करीब 20 लाख असमिया युवा बाहर काम कर रहे हैं, जिनमें से कई को 6,000-7,000 रुपये की मामूली तनख्वाह मिलती है। हमें यहां गरिमापूर्ण अवसर देकर इस प्रवृत्ति को रोकना होगा।”
सम्मेलन में उद्योग मंत्री बिमल बोरा, वरिष्ठ अधिकारी और प्रमुख कॉरपोरेट प्रतिनिधि मौजूद रहे। यह आयोजन हाल के वर्षों में असम की सबसे बड़ी निवेश पहलों में से एक माना जा रहा है।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
