
फिरोजाबाद, 18 मई (Udaipur Kiran) । जिलाधिकारी का प्रयास रंग लाया है। फिरोजाबाद जिले में ग्लास वेयर के साथ-साथ फूड प्रोसेसिंग को भी ओडीओपी मेें एक अतिरिक्त उत्पाद के रूप में शामिल किया गया है। इस पहल से नवीन इकाईयां जनपद में स्थापित होंगी। जिससे लोगों को प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
जिलाधिकारी रमेश रंजन के प्रयासों से एक जनपद एक उत्पाद योजना के अन्तर्गत जनपद फिरोजाबाद में ग्लास वेयर के साथ-साथ फूड प्रोसेसिंग को भी एक अतिरिक्त उत्पाद के रूप में ओडीओपी योजना में शामिल किया गया है। इस पहल से नवीन इकाईयां जनपद में स्थापित होंगी। जिससे एक लाख से ज्यादा लोगों को प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। जिले में इससे आलू प्रसंस्कृरण इकाईयों में सुुधार होगा। इससे किसानों की दशा एवं दिशा सुधरेगी। जिले में देखा जाए तो इस समय कुल 1.78 लाख हे0 कृषि क्षेत्र है, जिसमें से कुल 48000 हेे0 पर आलू की खेती की जा रही है, आलू प्रसंस्करण इकाई के अलावा कृषि आधारित उत्पादों जैसेे- आचार, मुरब्बा, चिप्स जैम और जैली जेसे प्रोडक्शन यूनिटों को इससे फायदा पहुंचेगा, फूड प्रोसेसिंग इकाइयों से युवाओं और तकनीकी रूप से कुशल लोगों को नये रोजगार मुहैया होंगे।
ओडीओपी के तहत अतिरिक्त उत्पाद मेें फूड प्रोसेसिंग के रूप में शामिल करने से युवाओं को नए क्षेत्र में कारोबार करने का मौैका मिलेगा। जैसा कि विदित है कि लोकल को ओकल करने के विचार से छोटेे शहरों के उत्पादों को अंतराष्ट्रीय पहचान दिलाने के उददेश्य से उत्तर प्रदेश सरकार ने 24 जनवरी 2018 को ओडीओपी योजना की शुरूआत की जिसका प्रमुख उददेश्य था लघु कुटीर और मध्यम उद्योगों का विकास करना जिससे न केवल क्षेत्रीय उत्पादों को पहचना मिलेगी अपितु इससे बडी संख्या में युवाओं को रोजगार भी मिलेगा, इस योजना को संचालित करने के लिए पुरूषों को एक लाख रुपए और महिलाओें को डेढ लाख रुपए की लोन सब्सिडी दी जाएगी। इस योजना से परम्परागत उद्योागों को एक नया जीवन मिलेगा अपितु इन व्यवस्याओं से जडे़ हुए लोगों को भी आर्थिक रूप से सम्बल बनाने में मदद मिलेगी।
(Udaipur Kiran) / कौशल राठौड़
