




जौनपुर,18 मई (Udaipur Kiran) । चंदवक थाना क्षेत्र अंतर्गत शनिवार देर रात पुलिस टीम द्वारा संदिग्ध वाहनों और गौ तस्करों को पकड़ने के लिया अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान चेकिंग करते हुए गोतस्करों ने पुलिस टीम पर पिकअप चढ़ा दी। इसमें एक सिपाही शहीद हो गया। पुलिस ने तस्करों का कई किमी तक पीछा किया। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। इसमें एक बदमाश सलमान मारा गया, जबकि नरेंद और गोलू यादव को पैर में गोली लगी है।
पुलिस के अनुसार 17 मई की रात 12 बजे के लगभग खुज्जी मोड़ के पास चेकिंग कर रही थी। तभी गो तस्करों की पिकअप आई। पुलिस टीम को देखकर पिकअप भागने लगी। कांस्टेबल दुर्गेश ने रोकने की कोशिश की तो तस्कर उसे टक्कर मारते हुए भाग गए।अचानक हुए हमले से पुलिस टीम कुछ समझ नहीं पाई। तुरंत कॉन्स्टेबल को अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
वहीं पुलिस की एक टीम ने बदमाशों का पीछा करना शुरू किया। बदमाश पिकअप रास्ते में ही छोड़कर दो बाइक में सवार होकर भागने लगे। भागते समय कोइलारी में बगीचे के पास पहुंचे थे कि पुलिस टीम भी बदमाशों के करीब पहुंच गयी। बदमाशों ने पुलिस पर फायर कर दिया। जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई। जिसके चलते नरेंद्र यादव पुत्र हौसिला प्रसाद यादव निवासी रमना चौबेपुर वाराणसी व दूसरा गोलू यादव पुत्र संकठा यादव निवासी टड़िया थाना अलीनगर चंदौली के पैरों में गोली लगने से घायल हो गये। वहीं तीसरा बाइक सवार सलमान पुत्र मुसाफिर निवासी मुथरापुर कोटवा थाना जलालपुर जिला जौनपुर के सीने में गोली लगने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस उसे नजदीकी अस्पताल ले गई। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस मामले में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक डॉक्टर कौस्तुभ ने बताया कि जनपद में 14-15 की रात पुलिस की टीम जलालपुर थाना अंतर्गत सब इंस्पेक्टर प्रतिमा सिंह अन्य पुलिसकर्मियों के साथ गस्त कर रही थी, तभी एक संदिग्ध पिकअप वाहन द्वारा पुलिस की टीम पर हमला किया गया तथा उन्हें रोकने का प्रयास किया गया था। इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया था। वर्तमान समय में प्रतिमा सिंह का ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है। इसी को लेकर अभियुक्त की गिरफ्तारी और पिकअप की धर पकड़ के लिए इन टीमों को लगाया गया था।
17-18 की रात जलालपुर थाना अंतर्गत पुलिस को सूचना प्राप्त हुई की यही पिकअप वाहन खड़ी है। इस पर पुलिस द्वारा घेरा बंदी किया गया तो पिकअप में बैठे अभियुक्त द्वारा पुलिस टीम पर फायर कर वहां से निकलने का प्रयास किया गया। पुलिस हेड कांस्टेबल दुर्गेश कुमार सिंह मौके पर मौजूद थे। उन्होंने रोकने का प्रयास किया तो अभियुक्तों ने उनके ऊपर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया और जानलेवा हमला किया।
घायल कांस्टेबल को ट्रामा सेंटर ले गया जहां इलाज के दौरान रविवार को उनकी मौत हो गई। कांस्टेबल दुर्गेश की पोस्टमार्टम के उपरांत उन्हें सम्मान देते हुए शव का अंतिम क्रिया कर्म कराया जाएगा।
(Udaipur Kiran) / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
