
कठुआ 17 मई (Udaipur Kiran) । रात के अंधेरे में रावी दरिया का सीना छल्लनी किया जा रहा है लेकिन संबंधित विभाग इस पर चुप्पी साध बैठा है। कठुआ जिला सचिवालय से करीब 5 किलोमीटर की दूरी पर भागथली नाके के समीप लगते रावी दरिया में कुछ खनन माफिया पिछले कुछ महीनों से रात के अंधेरे में रावी दरिया का सीना छल्लनी कर रहे हैं। रात के अंधेरे में बड़ी-बड़ी जेसीबी मशीनें लगाकर वहां से अवैध खनन कर संपदा को लूटकर पंजाब में बेच रहे हैं। रावी दरिया के बीचो-बीच ही उन्होंने अवैध रास्ते बनाए हुए हैं और उन्हीं रास्तों से रात के अंधेरे में कई फुट अवैध खनन कर वहां से खनिजों को वाहनों के जरिए रावी दरिया के पार पंजाब में स्थापित स्टोन क्रशरों को बेचा जा रहा है। वहीं स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि रावी दरिया में रात के अंधेरे में कुछ स्थानीय लोग पंजाब के लोगों से मिलकर बड़ी-बड़ी मशीनें लगाकर अवैध खनन कर खनिज को पंजाब के क्रेशरों पर बेचा रहे है। स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस जगह पर अवैध माइनिंग की जा रही है वह क्षेत्र वन विभाग का है, जहां पर वन विभाग की एक नर्सरी है और खनन माफियाओं ने अवैध खनन कर कई बड़े-बड़े पेड़ भी गिरा दिए हैं। वन विभाग भी इस नर्सरी की सुध नहीं ले रहा। उन्होंने बताया कि रात के अंधेरे में खनन माफिया गुंडो के साथ रावी दरिया में प्रवेश करते हैं, उस दौरान बड़ी-बड़ी जेसीबी मशीनों से अवैध माइनिंग कर खनिज को पंजाब भेज दिया जाता है। उन्होंने कहा कि अगर कोई स्थानीय लोग इनका विरोध करते हैं तो गुंडे मारने पर उतारू हो जाते हैं। वही रात के अंधेरे में पुलिस और खनन विभाग वाले भी इस क्षेत्र में जाने से डरते हैं, क्योंकि जो गुंडे खनन माफिया ने पाल रखे हैं वे उन पर हमला बोल देते हैं।
गौरतलब हो कि रावी दरिया सिर्फ नाम का ही दरिया रह चुका है, इस दरिया में पानी तो सूख चुका है, जगह-जगह 50 से 60-60 फीट गड्ढे बन चुके हैं, जिसकी वजह से साथ लगते कठुआ शहर का जल स्तर नीचे चला गया है। लोगों के हैंड पंप सुखना शुरू हो चुके हैं, स्थानीय लोगों ने इस पर मिली भगत का भी आरोप लगाया है उन्होंने कहा कि इस खेल में मग्गर खड निवासी हैप्पी शामिल है जो पंजाब के माफिया के साथ मिलकर जम्मू कश्मीर के रावी दरिया में अवैध खनन करवाता है और रात के अंधेरे में पंजाब के क्रेशर मालिकों को खनिज बेचते हैं जिसकी वजह से करोड़ों रुपए का चूना विभाग को लग रहा है।
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(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया
