Madhya Pradesh

मिशन कर्मयोगी अंतर्गत कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग की क्षमता इकाई का गठन

प्रतीकात्‍मक फोटो

भोपाल, 17 मई (Udaipur Kiran) । राज्य शासन द्वारा मिशन कर्मयोगी अंतर्गत कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग की क्षमता इकाई का गठन किया गया है। प्रमुख सचिव कुटीर एवं ग्रामो‌द्योग अमित कुमार राठौर को अध्यक्ष एवं आयुक्त हाथकरघा एवं हस्तशिल्प तथा प्रबंध संचालक संत रविदास म.प्र. हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम मदन कुमार नागरगोजे को सदस्य सचिव बनाया गया है।

जनसंपर्क अधिकारी लक्ष्मण सिंह ने शनिवार को बताया कि मालसिंह भयडिया प्रबंध संचालक म.प्र. खादी तथा ग्रामो‌द्योग बोर्ड तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी म.प्र. माटीकला बोर्ड, मोहित बुंदस आयुक्त रेशम संचालनालय, अरुण कुमार सिंह उप सचिव कुटीर एवं ग्रामोद्योग, जी.एस. आर्य अवर सचिव कुटीर एवं ग्रामो‌द्योग को सदस्य बनाया गया है।

उन्‍होंने बताया कि मिशन कर्मयोगी, एक सरकारी पहल है, जिसका उद्देश्य सिविल सेवकों को राष्ट्र की सेवा के लिए बेहतर तैयार करना है। यह सिविल सेवा में सुधार के लिए एक व्यापक योजना है। मिशन कर्मयोगी का उद्देश्य पारदर्शिता और प्रौद्योगिकी के माध्यम से सिविल सेवकों को एक आदर्श कर्मयोगी के रूप में विकसित करना है। मिशन कर्मयोगी, सार्वजनिक सेवा में सुधार के लिए एक व्यापक योजना है, जिसमें कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग भी शामिल है। यह मिशन ग्रामीण विकास के लिए आवश्यक सुधारों को लागू करने में मदद करता है।

मिशन कर्मयोगी के माध्यम से सिविल सेवकों को प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे वे कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग के कार्यों को बेहतर ढंग से समझ सकें और उन्हें लागू कर सकें। मिशन कर्मयोगी, कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग के कर्मचारियों की क्षमता विकसित करने और विभाग में सुधारों को लागू करने में मदद करता है, जिससे सार्वजनिक सेवा अधिक प्रभावी और कुशल हो सके।

कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग का प्राथमिक कार्य ग्रामीण क्षेत्रों में कुटीर और ग्रामोद्योगों का विकास करना है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करने और आर्थिक विकास में योगदान करता है। ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने एवं स्थानीय उत्पादों के प्रचार में भी मदद करता है।

(Udaipur Kiran) / उम्मेद सिंह रावत

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