
रांची, 17 मई (Udaipur Kiran) । रांची के नगड़ी प्रखण्ड के साहेर पंचायत निवासी अजय नायक और उनकी पत्नी की खुशी का ठिकाना नहीं था। अजय के घर शनिवार को उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री अबुआ आवास योजना अंतर्गत गृह प्रवेश कार्यक्रम को लेकर उनके आवास पहुंचे थे।
उन्होंने जिला परिषद अध्यक्ष, सदस्य एवं लाभुक के साथ फीता काटकर उनका गृह प्रवेश कराया। इस दौरान उपविकास आयुक्त दिनेेश कुमार यादव, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी और अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।
कार्यक्रम के दौरान रांची जिला के सभी 18 प्रखण्डों में अबुआ आवास योजना के लाभुकों का गृह प्रवेश कराया गया। पूरे जिले में कुल 3533 लाभुकों का गृह प्रवेश कराया गया। इस मौके पर सभी प्रखण्ड़ों में स्थानीय जनप्रतिनिधि और वरीय पदाधिकारी मौजूद थे।
अनगड़ा में 272, बेड़ो में 171, बुण्डू में 94, बुढ़मू में 149, चान्हो में 290, ईटकी में 150, कांके में 355, खलारी में 203, लापुंग में 124, माण्डर में 288, नगड़ी में 161, नामकुम में 369, ओरमांझी में 165, राहे में 99, रातू में 152, सिल्ली में 219, सोनाहातू में 101 और तमाड़ प्रखण्ड में 171 लाभुकों ने अपने अबुआ आवास में गृह प्रवेश किया।
नगड़ी के साहेर पंचायत में आयोजित कार्यक्रम में अबुआ आवास योजना के लाभुकों ने उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री के समक्ष अपने अनुभव साझा किये। लाभुकों ने बताया कि सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में योजना के लाभ के लिए उन्होंने आवेदन दिया था और अब उनका सपना पूरा हुआ है।
मौके उपायुक्त ने कहा कि ऐसे लाभुक जिन्हें किस्त का भुगतान किया गया है वे जल्द अपना आवास निर्माण करायें। आवास निर्माण होने पर कार्यक्रम आयोजित कर उनका गृह प्रवेश कराया जायेगा।
रांची जिला में अबुआ आवास योजना अंतर्गत 13065 लाभुकों को पहली, 11724 लाभुकों को दूसरी और 8468 लाभुकों को तीसरी किस्त का भुगतान किया जा चुका है।
कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त ने मंईयां सम्मान से स्वावलंबी बनने की बात कही। योजना की लाभुकों से उन्होंने कहा कि प्रत्येक माह मिलने वाले ढाई हजार की सम्मान राशि से वे अपनी आर्थिक स्थिति और मजबूत कर सकती हैं। जिला प्रशासन योजना की लाभुकों को अण्डा उत्पादन और बकरी पालन के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। अप्रैल तक मंईयां सम्मान योजना के 3051 लाभुकों के बीच 1,59300 चूजे और 350 लाभुकों के बीच 730 बकरियों का वितरण किया गया है।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
