Jharkhand

जिला के विकास के लिए आपसी सद्भावना जरूरी: उपायुक्त

लोहरदगा, 17 मई (Udaipur Kiran) । लोहरदगा जिला का 42वां स्थापना दिवस समारोह शनिवार को समाहरणालय मैदान में मनाया गया। इस मौके पर जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों की ओर से मेला में स्टॉल लगाया गया जिसे विकास मेला का नाम दिया गया। विकास मेला का उद्घाटन उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर किया ।

इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में उपायुक्त ने कहा कि लोहरदगा जिला का गठन वर्ष 1983 में किया गया। इसके बाद यह जिला लगातार विकास की राह पर बढ़ता रहा। जब मैंने उपायुक्त के रूप में इस जिले का कार्यभार संभाला तो आपसी सद्भाव के लिए बहुत बड़ी चुनौती थी। सभी लोगों के प्रयास से जिला में अमन चैन स्थापित किया जा सका। असल में आपसी समन्वय, सद्भावना और सहभागिता ही जिले का विकास संभव है। इसके बिना कोई भी विकास की राह पर आगे नहीं बढ़ सकता। सभी छात्र-छात्राएं यह बात गांठ बांध लें कि अशांति के साथ प्रगति नहीं हो सकती। इसके लिए हम सभी को एक दूसरे का सम्मान करते हुए आपस में मिल-जुल कर रहना होगा। जो विरासत हमें दी गई है उसे आगे ले जाना है। जिला प्रशासन की टीम हमेशा युवाओं के उत्थान के लिए कार्य कर रही है।

उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से संचालित होमी जे भाभा कोचिंग संस्थान में वर्तमान में इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करनेवाले अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ी है। वैसे छात्र-छात्राएं जो इन प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग संस्थान का खर्च नहीं उठा सकते थे उनके लिए जिला प्रशासन पहल की थी। उस समय छात्र-छात्राओं के बीच जाकर उन्हें तैयारी के लिए प्रोत्साहित किया जाता था लेकिन आज स्थिति बदल गई है। आज छात्र-छात्राएं स्वयं कोचिंग संस्थान आ रहे हैं और अपना रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। छात्र-छात्राएं भी यहां तैयारी कर अपना नामांकन एम्स और आईआईटी जैसे संस्थानों करने की इच्छा रखते हैं।

अभी हाल ही में जब आईआईटी -जेईई मेंस के रिजल्ट आये तो जिला मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय नदिया हिंदू प्लस टू के दो छात्रों निशान कुमार और शिशुपाल उरांव ने अच्छे अंक लाकर यह बता दिया कि यहां के भी छात्र कठिन परीक्षाओं में बेहतर कर सकते हैं। जिला प्रशासन को पूर्ण भरोसा है कि इन दोनों का नामांकन किसी अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज में अवश्य होगा। जो शुरूआत अब लोहरदगा जिला में हुई है उसे अगले बार हम इसकी संख्या दोगुना और चौगुना करना चाहेंगे।

मौके पर पुलिस अधीक्षक हारिस बिन जमां ने कहा कि एक समय में लोहरदगा जिला अति नक्सलवाद ग्रस्त जिला की श्रेणी में था। पूर्व पुलिस अधीक्षक ने भी अपने प्राण नक्सलवाद के कारण ही गंवाये थे। लेकिन आज हालात अलग है। नक्सलवाद की जड़े खोखली हो चुकी हैं और लोहरदगा जिला विकास की ओर तेजी से अग्रसर है। वर्तमान उपायुक्त, लोहरदगा के नेतृत्व में लोहरदगा जिला को अलग पहचान राष्ट्रीय स्तर पर मिली है जहां अभावग्रस्त छात्र-छात्राओं को नीट और आईआईटी प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी निःशुल्क करायी जा रही है। इस जिला से दो बच्चों को आईआईटी-जेईई की मेंस परीक्षा में सफलता भी मिली है। लोहरदगा जिला में लगातार नये-नये प्रतिष्ठान खुल रहे हैं। स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ रही हैं। शिक्षण संस्थान खुल रहे हैं। मौके पर विकास मेला का भी आयोजन किया गया। लोगों के बीच परिसंपतियाें का वितरण किया गया। मौके पर बडी संख्या में लोग मौजूद थे।

—————

(Udaipur Kiran) / गोपी कृष्ण कुँवर

Jharkhand

जिला के विकास के लिए आपसी सद्भावना जरूरी: उपायुक्त

लोहरदगा, 17 मई (Udaipur Kiran) । लोहरदगा जिला का 42वां स्थापना दिवस समारोह शनिवार को समाहरणालय मैदान में मनाया गया। इस मौके पर जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों की ओर से मेला में स्टॉल लगाया गया जिसे विकास मेला का नाम दिया गया। विकास मेला का उद्घाटन उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर किया ।

इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में उपायुक्त ने कहा कि लोहरदगा जिला का गठन वर्ष 1983 में किया गया। इसके बाद यह जिला लगातार विकास की राह पर बढ़ता रहा। जब मैंने उपायुक्त के रूप में इस जिले का कार्यभार संभाला तो आपसी सद्भाव के लिए बहुत बड़ी चुनौती थी। सभी लोगों के प्रयास से जिला में अमन चैन स्थापित किया जा सका। असल में आपसी समन्वय, सद्भावना और सहभागिता ही जिले का विकास संभव है। इसके बिना कोई भी विकास की राह पर आगे नहीं बढ़ सकता। सभी छात्र-छात्राएं यह बात गांठ बांध लें कि अशांति के साथ प्रगति नहीं हो सकती। इसके लिए हम सभी को एक दूसरे का सम्मान करते हुए आपस में मिल-जुल कर रहना होगा। जो विरासत हमें दी गई है उसे आगे ले जाना है। जिला प्रशासन की टीम हमेशा युवाओं के उत्थान के लिए कार्य कर रही है।

उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से संचालित होमी जे भाभा कोचिंग संस्थान में वर्तमान में इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करनेवाले अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ी है। वैसे छात्र-छात्राएं जो इन प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग संस्थान का खर्च नहीं उठा सकते थे उनके लिए जिला प्रशासन पहल की थी। उस समय छात्र-छात्राओं के बीच जाकर उन्हें तैयारी के लिए प्रोत्साहित किया जाता था लेकिन आज स्थिति बदल गई है। आज छात्र-छात्राएं स्वयं कोचिंग संस्थान आ रहे हैं और अपना रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। छात्र-छात्राएं भी यहां तैयारी कर अपना नामांकन एम्स और आईआईटी जैसे संस्थानों करने की इच्छा रखते हैं।

अभी हाल ही में जब आईआईटी -जेईई मेंस के रिजल्ट आये तो जिला मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय नदिया हिंदू प्लस टू के दो छात्रों निशान कुमार और शिशुपाल उरांव ने अच्छे अंक लाकर यह बता दिया कि यहां के भी छात्र कठिन परीक्षाओं में बेहतर कर सकते हैं। जिला प्रशासन को पूर्ण भरोसा है कि इन दोनों का नामांकन किसी अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज में अवश्य होगा। जो शुरूआत अब लोहरदगा जिला में हुई है उसे अगले बार हम इसकी संख्या दोगुना और चौगुना करना चाहेंगे।

मौके पर पुलिस अधीक्षक हारिस बिन जमां ने कहा कि एक समय में लोहरदगा जिला अति नक्सलवाद ग्रस्त जिला की श्रेणी में था। पूर्व पुलिस अधीक्षक ने भी अपने प्राण नक्सलवाद के कारण ही गंवाये थे। लेकिन आज हालात अलग है। नक्सलवाद की जड़े खोखली हो चुकी हैं और लोहरदगा जिला विकास की ओर तेजी से अग्रसर है। वर्तमान उपायुक्त, लोहरदगा के नेतृत्व में लोहरदगा जिला को अलग पहचान राष्ट्रीय स्तर पर मिली है जहां अभावग्रस्त छात्र-छात्राओं को नीट और आईआईटी प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी निःशुल्क करायी जा रही है। इस जिला से दो बच्चों को आईआईटी-जेईई की मेंस परीक्षा में सफलता भी मिली है। लोहरदगा जिला में लगातार नये-नये प्रतिष्ठान खुल रहे हैं। स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ रही हैं। शिक्षण संस्थान खुल रहे हैं। मौके पर विकास मेला का भी आयोजन किया गया। लोगों के बीच परिसंपतियाें का वितरण किया गया। मौके पर बडी संख्या में लोग मौजूद थे।

—————

(Udaipur Kiran) / गोपी कृष्ण कुँवर

Most Popular

To Top