
जोधपुर, 16 मई (Udaipur Kiran) । जोधपुर रेंज की साइक्लोनर पुलिस ने ऑपरेशन क्रिसेंट चलाकर 25 हजार के इनामी अपराधी को पकड़ा है। आरोपी के पिता सेना में नौकरी करते है और बेटा मादक पदार्थों की तस्करी में लगा है। काफी समय से वांछित चल रहे अपराधी को रेंज की साइक्लोनर टीम ने पकड़ा है। आरोपी के खिलाफ राजस्थान के अलावा बाहरी प्रदेशों में केस दर्ज है। आरोपी कृष्ण और शुक्ल पक्ष में अपना कारोबार करता और उसे फैलाने में लगा था। मगर वह साइक्लोनर टीम से बच नहीं पाया।
पुलिस महानिरीक्षक विकास कुमार ने बताया कि मतोड़ा के लाखेटा निवासी चंद्र प्रकाश उर्फ सीपी पुत्र मनोहरलाल को पकड़ा गया है। उस पर 25 हजार का इनाम घोषित हो रखा था। ऑपरेशन क्रिसेंट मून चलाकर मादक पदार्थों की तस्करी के 13 साल से किंगपिन बने अपराधी को मांद में घुसकर पकड़ा गया। नववर्ष के आयोजनों के निमित गांजा जो पंजाब और हरियाणा तक जाना था तथा जिसके तार झारखण्ड, बिहार राज्य तक फैले थे, उस साजिश की प्रमुख कड़ी और योजनाकार भी चंद्र प्रकाश ही था। उसके खिलाफ साल दर साल मैडल की तरह मुकदमों की फेहरिश्त बनी हुई है। वर्ष 2013 में प्रथम बार पाली में 3 क्विटल डोडा चुरा मध्य प्रदेश से लोहावट लाते हुए मुकदमा दर्ज हुआ था। उसके बाद तो करीब करीब हर साल ही एक ना एक प्रकरण उसके खिलाफ दर्ज होता रहा। तस्करी के अलावा उसके खिलाफ वाहन चोरी, आर्म्स एक्ट, जानलेवा हमले जैसे कई प्रकरण दर्ज है।
आईजी विकास कुमार ने बताया कि आरोपी चंद्रप्रकाश के खिलाफ मध्य प्रदेश, झारखण्ड, बिहार, पंजाब और राजस्थान के पाली, भीलवाड़ा, भरतपुर, जैसलमेर, जोधपुर के कई थानों में प्रकरण दर्ज है।
आरोपी चन्द्रमा की कलाओं की तरह शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की तरह चलती थी। साल में 6 महीने जेल और 6 महीने बाहर रहने का क्रम बरसों से चलता रहा। 7-8 बार जेल की हवा खा चुका है।
आईजी विकास कुमार ने बताया कि पांच क्विंटल गांजा और अपने गुर्गों के दिसंबर में पकड़े जाते ही वह भूमिगत हो गया। वह पांच माह से भूमिगत रहा। साइक्लोनर टीम ने जेल में बंद गुर्गों पर निगाहें जमाई और उस पर फोकस करते हुए जोधपुर में ही वह पकड़ा गया।
(Udaipur Kiran) / सतीश
