Haryana

हिसार : गौपुत्र सेना के संस्थापक की पांचवीं पुण्यतिथि पर वैदिक हवन आयोजित

गोपुत्र संपत की पांचवी पुण्यतिथि पर हवन करते परिजन व संगठन के सदस्य।

देशभर में गौरक्षा व गौसेवा जैसे कार्य कर रही गोपुत्र सेना : क्रांतिकारीगांव बालावास में हवन करते हुए गौपुत्र सेना के राष्ट्रीय पदाधिकारीहिसार, 15 मई (Udaipur Kiran) । गौसेवार्थ मिशन ‘एक रूपया-एक रोटी’ क्रांतिकारी वैचारिक संगठन गौपुत्र सेना संस्थापक गौलोकवासी गौपुत्र संपत सिंह की पाचंवी पुण्यतिथि पर उनकी जन्मभूमि गांव बालावास स्थित पैतृक आवास पर वैदिक हवन किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश कुमार ने गुरुवार काे कहा कि गोरक्षा के लिए हम सदैव तैयार हैं। हम हिन्दुओं का धर्म गौ रक्षा के साथ साथ घनिष्ठता रखता है, मगर मैं सिर्फ धार्मिक दृष्टि से नहीं सोचता। जब हमारे महर्षियों ने देखा होगा कि गो रक्षा के बिना हमारी प्रगति न हो सकेगी, तभी तो उस प्रश्न को इतना महत्व दिया। आज के वैज्ञानिक युग में भी हिन्दुस्तान में गाय का महत्व उतना ही है, जितना कि पुराने जमाने में था। अगर हम गहराई में जाकर सोचें तो हमें मालूम होगा कि जिस रीति नीति से हम आज तक गौ सेवा का काम करते आये हैं, वह बहुत कुछ हद तक ठीक ही है।

हरयाणा राज्य गौशाला संघ प्रदेशाध्यक्ष शमशेर आर्य आर्य ने कहा गौपुत्र सम्पत सिंह के नेतृत्व में जो गौपुत्र सेना द्वारा कार्य किया गया वह अतुलनीय है लेकिन जब तक हम शस्त्र और शास्त्र दोनों का सही सदुपयोग करते रहे, तब तक पूरी दुनिया में हमारा डंका बजता रहा। हमारे जितने भी महापुरुष हुए हैं चाहे राम, कृष्ण या ऋषि मुनि सबके एक हाथ में धर्मशास्त्र रहा तो दूसरे हाथ में शस्त्र भी रहा। इसीलिए पूरी दुनिया हमारे देश-धर्म और संस्कृति का लोहा मानती थी।जब से हमने शस्त्र और शास्त्र को छोड़ दिया और केवल आजीविका और सुख भोग में लग गए, तब से हमारा विनाश होना शुरू हो गया। इसलिए अपने बच्चों को चाहे शिक्षा कम मिले, लेकिन वेद शास्त्रों की शिक्षा और सभी प्रकार के अस्त्र शास्त्र की जानकारी होना बहुत जरूरी है। यह सब विद्या केवल गुरुकुल पद्धति से दी जा सकती है इसलिए देश में गुरुकुलो की स्थापना और संरक्षण बहुत जरूरी है।गौपुत्र सेना के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री सुनील क्रांतिकारी ने बताया कि वर्तमान में भारत के 16 राज्य में 135 जिलों में 682 तहसील में हमारी संस्था द्वारा सेवा कार्य किया जाता है। इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश कुमार, माता बीरमती, हरयाणा राज्य गौशाला संघ प्रदेशाध्यक्ष शमशेर, सत्य प्रकाश शास्त्री, ज्योति कौशिक, धर्मवीर, एडवोकेट शीतल कुमार, बलवान सिंह, सुनील क्रांतिकारी, सरस्वती, हंसराज व बेटी साधना सहित अन्य भी उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / राजेश्वर

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