Jharkhand

कृषि को विज्ञान और व्यापार के नजरिए से देखने की जरूरत : शिल्पी

कार्यक्रम में मंत्री

रांची, 14 मई (Udaipur Kiran) । झारखंड में एग्रो वैल्यू चेन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पशुपालन निदेशालय में बुधवार को कार्यशाला का आयोजन किया गया। कृषि , पशुपालन एवं सहकारिता विभाग और ग्रांट थार्नटन भारत एलएलपी ने संयुक्त रूप से इस कार्यशाला को आयोजित किया।

इस कार्यशाला में प्रगतिशील किसान और एफपीओ से जुड़े किसानों ने भाग लिया। कार्यशाला का उदघाटन कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने किया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि कृषि को विज्ञान और व्यापार के नजरिए से देखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जब तक नजरिया नहीं बदलेगी तब तक कृषि में बदलाव संभव नहीं है।

आज लोग कृषि विभाग में कुछ हलचल होने की बात खुद से स्वीकार कर रहे हैं। अब लोगों को कृषि विभाग की योजनाओं की जानकारी मिल रही है। राज्य के लोगों को कृषि विभाग से काफी अपेक्षा है। उन्होंने कहा कि इससे पहले एफपीओ की चर्चा नहीं होती थी, लेकिन आज एफपीओ से तीन हजार से 14 हजार तक महिला और पुरुष जुड़े है। सामूहिक प्रयास से बहुत कुछ किया जा सकता है।

कृषि के क्षेत्र में जो उत्पादन हो रहा है उसे बाजार से कैसे जोड़े, इस पर काम हो रहा है। व्यवस्था में हमेशा सुधार होते रहना चाहिए। इसके साथ ही नीतिगत रूप से भी आगे बढ़ने की आवश्यकता है। लाह की खेती में झारखंड सबसे आगे है पर लाह उत्पादन से जुड़े किसानों को कैसे सही मूल्य मिले ये सुनिश्चित करना होगा।

मौके पर हजारीबाग के बड़कागांव के एफपीओ को छ्ह लाख 59 हजार का ग्रांट दिया गया।

कार्यशाला में विभागीय सचिव अबू बक्कर सिद्दीकी, कृषि निदेशक ताराचंद , रिशु रवि , प्रो वी पदमानंद सहित अन्य मौजूद थे।

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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak

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