Uttar Pradesh

दिव्यांग बेटी के साथ माँ को भी मिली योजना की सौगात

दिव्यांग के साथ ही माँ को भी मिली योजना की सौगात
दिव्यांग के साथ ही माँ को भी मिली योजना की सौगात

हरदोई, 14 मई (Udaipur Kiran) । जनसुनवाई के दौरान बुुुधवार काे टोडरपुर विकास खण्ड के बूढ़नपुर गाँव की एक आँखों से दिव्यांग लड़की प्रेमवती अपनी माँ सरबत्ता के साथ जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह के समक्ष पहुँची। लड़की की माँ सरबत्ता ने बताया कि उसके पास शौचालय नहीं है। शौच के लिए बाहर जाने पर कई बार कांटे भी लग जाते हैं।

जिलाधिकारी ने तत्काल बीडीओ टोडरपुर से वर्चुअल माध्यम से बीडीओ से बात की और पात्रता की जाँच कर व्यक्तिगत शौचालय देने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने दिव्यांग प्रेमवती के दिव्यांग प्रमाण पत्र को देखा जिसमें दिव्यांगता 100 प्रतिशत उल्लिखित थी। उन्होंने तुरंत दिव्यांग कल्याण अधिकारी को बुलाया तथा तत्काल यूडीआईडी कार्ड जारी करने के निर्देश दिए। साथ ही यह भी कहा कि चलने में सुगमता के लिए प्रेमवती को एक छड़ी दी जाये। दिव्यांग जन कल्याण अधिकारी तत्काल एक छड़ी लेकर आये जिसे जिलाधिकारी ने अपने हाथों से प्रेमवती को सौंपा। जिलाधिकारी ने प्रेमवती की माँ सरबत्ता से पूछा कि क्या उनको वृद्धावस्था पेंशन मिल रही है। इस पर सरबत्ता ने बताया कि उनको पेंशन नहीं मिल रही है और उनको प्रक्रिया की जानकारी भी नहीं है। जिलाधिकारी ने तत्काल समाज कल्याण अधिकारी को बुलाकर सरबत्ता का वृद्धावस्था पेंशन का आवेदन करवाने के निर्देश दिए तथा जल्द पेंशन प्रारम्भ करवाने को कहा। सरबत्ता जिलाधिकारी को दुवाएं देते हुए जनसुनवाई कक्ष से निकली। उन्होंने कहा कि बेटी प्रेमवती के लिए न्याय की आस लेकर आयी थी, खुद को भी बिन मांगे ही पेंशन का उपहार मिल गया।

(Udaipur Kiran) / अंबरीश कुमार सक्सेना

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दिव्यांग बेटी के साथ माँ को भी मिली योजना की सौगात

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हरदोई, 14 मई (Udaipur Kiran) । जनसुनवाई के दौरान बुुुधवार काे टोडरपुर विकास खण्ड के बूढ़नपुर गाँव की एक आँखों से दिव्यांग लड़की प्रेमवती अपनी माँ सरबत्ता के साथ जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह के समक्ष पहुँची। लड़की की माँ सरबत्ता ने बताया कि उसके पास शौचालय नहीं है। शौच के लिए बाहर जाने पर कई बार कांटे भी लग जाते हैं।

जिलाधिकारी ने तत्काल बीडीओ टोडरपुर से वर्चुअल माध्यम से बीडीओ से बात की और पात्रता की जाँच कर व्यक्तिगत शौचालय देने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने दिव्यांग प्रेमवती के दिव्यांग प्रमाण पत्र को देखा जिसमें दिव्यांगता 100 प्रतिशत उल्लिखित थी। उन्होंने तुरंत दिव्यांग कल्याण अधिकारी को बुलाया तथा तत्काल यूडीआईडी कार्ड जारी करने के निर्देश दिए। साथ ही यह भी कहा कि चलने में सुगमता के लिए प्रेमवती को एक छड़ी दी जाये। दिव्यांग जन कल्याण अधिकारी तत्काल एक छड़ी लेकर आये जिसे जिलाधिकारी ने अपने हाथों से प्रेमवती को सौंपा। जिलाधिकारी ने प्रेमवती की माँ सरबत्ता से पूछा कि क्या उनको वृद्धावस्था पेंशन मिल रही है। इस पर सरबत्ता ने बताया कि उनको पेंशन नहीं मिल रही है और उनको प्रक्रिया की जानकारी भी नहीं है। जिलाधिकारी ने तत्काल समाज कल्याण अधिकारी को बुलाकर सरबत्ता का वृद्धावस्था पेंशन का आवेदन करवाने के निर्देश दिए तथा जल्द पेंशन प्रारम्भ करवाने को कहा। सरबत्ता जिलाधिकारी को दुवाएं देते हुए जनसुनवाई कक्ष से निकली। उन्होंने कहा कि बेटी प्रेमवती के लिए न्याय की आस लेकर आयी थी, खुद को भी बिन मांगे ही पेंशन का उपहार मिल गया।

(Udaipur Kiran) / अंबरीश कुमार सक्सेना

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