
कोलकाता, 14 मई (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर यह स्पष्ट किया है कि पश्चिम बंगाल की सरकार तेज़ी से औद्योगीकरण को प्राथमिकता दे रही है। बुधवार को राज्य सचिवालय में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने पुरुलिया के रघुनाथपुर सहित कई क्षेत्रों में उद्योग स्थापित करने के लिए ज़मीन चिन्हित कर ली है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि रघुनाथपुर में 10 जगहों पर ज़मीन चिन्हित की गई है, वहीं पानागढ़, दुर्गापुर और हावड़ा में भी विभिन्न कंपनियों को ज़मीन सौंपी गई है। उन्होंने कहा, हमारा लक्ष्य है कि राज्य में बड़े स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा हों। आने वाले समय में सैकड़ों करोड़ रुपये का निवेश होगा। इंडस्ट्रियल पार्क में कई कंपनियों को पहले ही ज़मीन दी जा चुकी है।
उन्होंने यह भी बताया कि बंगाल में उद्योग के लिए और भी कई कंपनियां ज़मीन की मांग कर रही हैं। मुख्यमंत्री को विश्वास है कि इस तेज़ी से हो रहे औद्योगीकरण से राज्य में रोज़गार के अवसरों में बड़ा इज़ाफा होगा, विशेषकर इस्पात उद्योग के क्षेत्र में।
राज्य सरकार की योजना है कि हर ज़िले में एक बड़ा शॉपिंग मॉल या ‘बिग मार्केट’ खोला जाए, जहां स्थानीय हस्तशिल्पकार सीधे खरीदारों को अपने उत्पाद बेच सकें। इससे उनके आमदनी में बढ़ोतरी होगी।
मुख्यमंत्री ने समंदर किनारे बसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल ‘दीघा’ को लेकर भी भविष्य की योजनाओं का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि यदि उपयुक्त ज़मीन मिलती है तो वहां एक बड़ा बाज़ार स्थापित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने हाल ही मे दीघा में जगन्नाथ मंदिर का उद्घाटन किया था, जिससे पर्यटकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है। इससे पर्यटन से जुड़े व्यवसायों और स्थानीय व्यापारियों को लाभ होगा।
ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि कोलकाता के न्यूटाउन क्षेत्र में 25 एकड़ ज़मीन पर ‘आईआईटीईसी’ नाम का एक विश्व स्तरीय टेक्नोलॉजी पार्क बनाया जाएगा। इसे ‘विश्वांगन पार्क’ भी कहा जा रहा है। यह परियोजना बंगाल को औद्योगिक क्षेत्र में नई ऊंचाई देने के उद्देश्य से शुरू की जा रही है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
