Jammu & Kashmir

अग्निवीर योजना को समाप्त कर नियमित सेना भर्ती आयोजित करने का समय : कांग्रेस नेता

Time to end Agniveer Yojana and conduct regular army recruitment: Congress leader

जम्मू, 12 मई (Udaipur Kiran) । वरिष्ठ कांग्रेस नेता और सुचेतगढ़ से डीडीसी सदस्य तरनजीत सिंह टोनी ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर ऐसे समय में संघर्ष विराम पर सहमत होने के लिए कड़ी आलोचना की है, जब भारत पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ बढ़त बनाए हुए था। उन्होंने इस कदम को रणनीतिक और नैतिक हार करार देते हुए कहा कि पाकिस्तान के साथ हिसाब चुकता करने और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (पीओजेके) को पुनः प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ने का यह सही समय है।

यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में टोनी ने कहा यह पाकिस्तान को अंतिम झटका देने और उसके आतंकी ढांचे को हमेशा के लिए खत्म करने का सबसे अच्छा अवसर था। इसके बजाय, हमने दुश्मन को एक जीवन रेखा सौंप दी है। इस संघर्ष विराम से भारत की तुलना में पाकिस्तान को कहीं अधिक लाभ हुआ है। उन्होंने सरकार की निर्णय लेने की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए पूछा, क्या भाजपा सरकार ने अमेरिका की अनुमति से सैन्य अभियान शुरू किया था? और अब, क्या हम उनके दबाव में रुक गए हैं? जब हमारी राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता दांव पर लगी हो, तो अमेरिका हमें शर्तें तय करने वाला कौन होता है?

टोनी ने देश को पहलगाम हत्याकांड की याद दिलाई, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। उन्होंने पूछा, तब अमेरिका कहां था? जब भारत खून बहाता है, तो हम अकेले खड़े होते हैं। लेकिन जब हम कार्रवाई करते हैं, तो हमें पीछे हटने के लिए कहा जाता है। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि हमने कैसे चुपचाप विदेशी हुक्म के आगे आत्मसमर्पण कर दिया है, और यह अस्वीकार्य है। वास्तविक राष्ट्रीय सुरक्षा सुधारों की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए टोनी ने अग्निवीर योजना को समाप्त करने का आह्वान किया और नियमित सेना भर्ती को तुरंत फिर से शुरू करने की मांग की। उन्होंने कहा, भारत को एक मजबूत, अनुभवी और प्रेरित सशस्त्र बल की जरूरत है, न कि अनुबंधित सैनिकों की। अग्निवीर योजना हमारी सैन्य तैयारियों के मूल ढांचे को कमजोर करती है।

टोनी ने अपने भावपूर्ण श्रद्धांजलि में शहीदों, नागरिकों और बहादुर सुरक्षा बलों को सलाम किया जिन्होंने कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने कहा, यह हर उस सैनिक और नागरिक को सलाम है, जिन्होंने इस देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।

(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा

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अग्निवीर योजना को समाप्त कर नियमित सेना भर्ती आयोजित करने का समय : कांग्रेस नेता

Time to end Agniveer Yojana and conduct regular army recruitment: Congress leader

जम्मू, 12 मई (Udaipur Kiran) । वरिष्ठ कांग्रेस नेता और सुचेतगढ़ से डीडीसी सदस्य तरनजीत सिंह टोनी ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर ऐसे समय में संघर्ष विराम पर सहमत होने के लिए कड़ी आलोचना की है, जब भारत पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ बढ़त बनाए हुए था। उन्होंने इस कदम को रणनीतिक और नैतिक हार करार देते हुए कहा कि पाकिस्तान के साथ हिसाब चुकता करने और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (पीओजेके) को पुनः प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ने का यह सही समय है।

यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में टोनी ने कहा यह पाकिस्तान को अंतिम झटका देने और उसके आतंकी ढांचे को हमेशा के लिए खत्म करने का सबसे अच्छा अवसर था। इसके बजाय, हमने दुश्मन को एक जीवन रेखा सौंप दी है। इस संघर्ष विराम से भारत की तुलना में पाकिस्तान को कहीं अधिक लाभ हुआ है। उन्होंने सरकार की निर्णय लेने की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए पूछा, क्या भाजपा सरकार ने अमेरिका की अनुमति से सैन्य अभियान शुरू किया था? और अब, क्या हम उनके दबाव में रुक गए हैं? जब हमारी राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता दांव पर लगी हो, तो अमेरिका हमें शर्तें तय करने वाला कौन होता है?

टोनी ने देश को पहलगाम हत्याकांड की याद दिलाई, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। उन्होंने पूछा, तब अमेरिका कहां था? जब भारत खून बहाता है, तो हम अकेले खड़े होते हैं। लेकिन जब हम कार्रवाई करते हैं, तो हमें पीछे हटने के लिए कहा जाता है। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि हमने कैसे चुपचाप विदेशी हुक्म के आगे आत्मसमर्पण कर दिया है, और यह अस्वीकार्य है। वास्तविक राष्ट्रीय सुरक्षा सुधारों की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए टोनी ने अग्निवीर योजना को समाप्त करने का आह्वान किया और नियमित सेना भर्ती को तुरंत फिर से शुरू करने की मांग की। उन्होंने कहा, भारत को एक मजबूत, अनुभवी और प्रेरित सशस्त्र बल की जरूरत है, न कि अनुबंधित सैनिकों की। अग्निवीर योजना हमारी सैन्य तैयारियों के मूल ढांचे को कमजोर करती है।

टोनी ने अपने भावपूर्ण श्रद्धांजलि में शहीदों, नागरिकों और बहादुर सुरक्षा बलों को सलाम किया जिन्होंने कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने कहा, यह हर उस सैनिक और नागरिक को सलाम है, जिन्होंने इस देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।

(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा

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