Uttar Pradesh

भगवान बुद्ध की शिक्षा से समाज में हिंसा, तनाव और वैमनस्य को करें खत्म : शिवराम सिंह

बुधपूर्णिमा पर दर्शन करते दक्षिण जिलाध्यक्ष

कानपुर, 12 मई (Udaipur Kiran) । भगवान बुद्ध का जीवन सत्य, करुणा और शांति की मिसाल है। आज की दुनिया में उनकी शिक्षाएं पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक हो गई हैं। यह बातें सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर भारतीय जनता पार्टी दक्षिण के जिलाध्यक्ष शिवराम सिंह ने जूही के बुद्ध बिहार साधना केंद्र में भगवान गौतम बुद्ध की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कही।

दक्षिण जिलाध्यक्ष ने बताया कि कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों के साथ मिलकर भगवान बुद्ध के जीवन दर्शन को याद किया और लोगों से उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारने की अपील की। उन्होंने कहा, “बुद्ध ने हमें सिखाया कि असली शांति बाहरी साधनों से नहीं, बल्कि भीतर की समझ और करुणा से आती है। अगर हम उनके दिखाए मार्ग पर चलें, तो समाज में हिंसा, तनाव और वैमनस्य को खत्म किया जा सकता है।” पार्टी कार्यकर्ताओ ने मोमबत्तियां जलाईं, भजन-कीर्तन किया और शांति की प्रार्थना की। माहौल पूरी तरह आध्यात्मिक और भावनात्मक था। उन्होंने सभी को बुद्ध पूर्णिमा की शुभकामनाएं देते हुए कहा, यह दिन केवल एक पर्व नहीं, बल्कि आत्मचिंतन और समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारियों को याद करने का अवसर है।

इस अवसर पर प्रमुख रूप से जसविंदर सिंह, मनीष त्रिपाठी, अर्जुन बेरिया, वीरेंद्र दिवाकर, पूर्व पार्षद सुनील कन्नौजिया, दीपू पासवान, बिट्टू परिहार, दीपांकर मिश्रा, हरिजीवन आदि मौजूद रहे।

(Udaipur Kiran) / मो0 महमूद

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भगवान बुद्ध की शिक्षा से समाज में हिंसा, तनाव और वैमनस्य को करें खत्म : शिवराम सिंह

बुधपूर्णिमा पर दर्शन करते दक्षिण जिलाध्यक्ष

कानपुर, 12 मई (Udaipur Kiran) । भगवान बुद्ध का जीवन सत्य, करुणा और शांति की मिसाल है। आज की दुनिया में उनकी शिक्षाएं पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक हो गई हैं। यह बातें सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर भारतीय जनता पार्टी दक्षिण के जिलाध्यक्ष शिवराम सिंह ने जूही के बुद्ध बिहार साधना केंद्र में भगवान गौतम बुद्ध की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कही।

दक्षिण जिलाध्यक्ष ने बताया कि कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों के साथ मिलकर भगवान बुद्ध के जीवन दर्शन को याद किया और लोगों से उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारने की अपील की। उन्होंने कहा, “बुद्ध ने हमें सिखाया कि असली शांति बाहरी साधनों से नहीं, बल्कि भीतर की समझ और करुणा से आती है। अगर हम उनके दिखाए मार्ग पर चलें, तो समाज में हिंसा, तनाव और वैमनस्य को खत्म किया जा सकता है।” पार्टी कार्यकर्ताओ ने मोमबत्तियां जलाईं, भजन-कीर्तन किया और शांति की प्रार्थना की। माहौल पूरी तरह आध्यात्मिक और भावनात्मक था। उन्होंने सभी को बुद्ध पूर्णिमा की शुभकामनाएं देते हुए कहा, यह दिन केवल एक पर्व नहीं, बल्कि आत्मचिंतन और समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारियों को याद करने का अवसर है।

इस अवसर पर प्रमुख रूप से जसविंदर सिंह, मनीष त्रिपाठी, अर्जुन बेरिया, वीरेंद्र दिवाकर, पूर्व पार्षद सुनील कन्नौजिया, दीपू पासवान, बिट्टू परिहार, दीपांकर मिश्रा, हरिजीवन आदि मौजूद रहे।

(Udaipur Kiran) / मो0 महमूद

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