Maharashtra

नर्स त्याग सेवा और ममता की मूर्ति -डॉ पवार

On international nurses Day
On international nurses Day

मुंबई,12 मई ( हि.स.) । जब भी आम तौर पर हमारी हमारी जुबां से सिस्टर को पुकारते हैं या उन्हें संबोधित करते हैं तो जेहन में जो तस्वीर उभरकर सामने आती है वह है सफेद उज्जवल वस्त्र धारण किए हुए नर्स की होती है। ठाणे सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ कैलाश पवार का मानना है कि मरीज की आधी से ज्यादा तकलीफ तो सिस्टर यानी नर्स की मधुर मुस्कान से ठीक हो जाती है।आज अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर ठाणे सिविल अस्पताल में डॉ कैलाश पवार ने कहा कि नर्स त्याग सेवा और ममता की मूर्ति है। उन्होंने आगे कहा कि

दरअसल दुनिया में किसी भी भव्य इमारत के लम्बे समय तक टिके रहने के लिए उसकी नींव मजबूत होनी चाहिए। इसी प्रकार, स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की असली रीढ़ नर्सिंग सेवा का आधार स्वयं – नर्सें ही हैं। ठाणे सिविल अस्पताल में मरीजों के जीवन में योगदान देने वाले इन जीवनदाताओं के सम्मान में हर वर्ष 12 मई को अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है।

आज हमेशा की भांति ठाणे जिला सामान्य अस्पताल में यह दिवस विशेष उत्साह के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला शल्य चिकित्सक डॉ. कैलाश पवार ने की। इस अवसर पर 2025 के लिए वैश्विक थीम का अनावरण किया गया – हमारी नर्सें। हमारा भविष्य। नर्सों की देखभाल से अर्थव्यवस्था मजबूत होती है। इस विषय के अनुरूप, डॉ. पवार ने उपस्थित लोगों को प्रेरणादायक मार्गदर्शन प्रदान किया। उन्होंने नर्सिंग स्टाफ के योगदान की सराहना की तथा मरीजों की देखभाल में उनकी अमूल्य भूमिका पर प्रकाश डाला।

इस मौके पर अतिरिक्त जिला शल्य चिकित्सक डॉ. धीरज, महागढ़े निवासी चिकित्सा अधिकारी डॉ. मृणाली राहुद, दंत शल्य चिकित्सक डॉ. अर्चना पवार और मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रतिभा बर्डे भी उपस्थित थे। उन्होंने भी अपने अनुभव से नर्सिंग स्टाफ को मार्गदर्शन दिया तथा उनके प्रदर्शन को प्रोत्साहित किया।

इस विशेष दिवस पर प्रतिभा बर्डे की पहल पर सभी नर्सिंग स्टाफ सदस्यों ने एक साथ मिलकर दीप जलाए और उत्कृष्ट रोगी देखभाल प्रदान करने का संकल्प लिया। सभी के मन में एक बार फिर यह भावना जागृत हुई कि मरीजों की देखभाल महज एक काम नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी और सेवा है।

वर्तमान तनावपूर्ण स्वास्थ्य सेवा वातावरण में कर्मचारियों के बीच तनाव को कम करने तथा उनके बीच आत्मीयता और एकता पैदा करने के लिए, डॉ. कैलाश पवार स्वयं उपस्थित थे और उन्होंने सभी कर्मचारियों के साथ भोजन का आनंद लिया। उन्होंने सभी के साथ बातचीत करके एक परिवार जैसा, स्नेहपूर्ण माहौल बनाया।

पूरा कार्यक्रम स्वास्थ्य सेवा के सम्मान में था। इस अवसर पर अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ को न केवल सम्मान मिला है, बल्कि नई ऊर्जा, नई प्रेरणा और टीम वर्क की भावना भी मिली है।

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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा

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