Haryana

फरीदाबाद : जन शिकायतों के समाधान में लापरवाही बर्दाश्त नहीं : राव नरबीर सिंह

फरीदाबाद में ग्रीवेंस की बैठक में शिकायतें सुनते पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह।

जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक में कुल 16 परिवाद में से नौ का मौके पर ही समाधान

फरीदाबाद, 12 मई (Udaipur Kiran) । हरियाणा सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य, पर्यावरण और वन मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि अधिकारियों को आमजन के प्रति उत्तरदायी और संवेदनशील व्यवहार अपनाना चाहिए तथा उनकी समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर करें। राव नरबीर सिंह सोमवार को फरीदाबाद सेक्टर 12 स्थित हुडा कन्वेंशन सभागार में जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की मासिक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।

बैठक के दौरान उपायुक्त विक्रम सिंह ने मंत्री राव नरबीर सिंह का स्वागत करते हुए उनका अभिनंदन किया। बैठक में कुल 16 परिवाद रखे गए, मौके पर नौ मामलों का निवारण किया गया। शेष सात मामलों के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने और शीघ्र समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने बैठक में निजी अस्पताल के खिलाफ आई शिकायत के संबंध में राज्य स्तरीय कमेटी से जांच कराने के आदेश दिए। सेक्टर 23 में पीने के पानी की उपलब्धता को लेकर भी अधिकारियों को त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पेयजल संकट किसी भी सूरत बर्दाश्त नहीं। लोगों को पानी के टैंकर नहीं पेयजल का स्थाई समाधान सुनिश्चित करें। इसमें एमसीएफ व एफएमडीए को मिलकर कार्य करने के निर्देश दिए। ट्यूबवेल ऑपरेटर संबंधित मामले में उन्होंने जांच शुरू कर जल्द से जल्द कार्रवाई के आदेश दिए। सेक्टर 25 में सर्विस रोड निर्माण संबंधी एक मामले में अधिकारियों को आगामी 30 मई तक कार्य पूरा करने के आदेश दिए।मंत्री ने सभी अधिकारियों से अपेक्षा जताई कि वे जनहित के कार्यों में पूरी ईमानदारी और जिम्मेदारी के साथ कार्य करें ताकि आमजन को राहत मिल सके और शिकायतों का समय पर समाधान सुनिश्चित हो। राव नरबीर सिंह ने जिला लोक संपर्क एवं परिवेदना समिति की मासिक बैठक में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जन शिकायतों के समाधान में पारदर्शिता और संवेदनशीलता बेहद जरूरी है।

उन्होंने कहा कि ऑनलाइन या ऑफलाइन किसी भी माध्यम से प्राप्त शिकायतों पर संबंधित अधिकारी त्वरित कार्रवाई करें और समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाएं। बैठक में उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शिकायतों से संबंधित फाइलों पर बार-बार आपत्तियाँ (ऑब्जेक्शन) लगाने की बजाय एक बार में ही परिवादी को स्पष्ट रूप से नियमों की जानकारी दे दी जाए, ताकि शिकायतकर्ता को बार-बार कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें। उन्होंने जोर देकर कहा कि अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों की तरह आमजन की बात को गंभीरता से सुनना चाहिए और समयबद्ध ढंग से समस्याओं का निपटारा करना चाहिए। राव नरबीर सिंह ने कहा कि शिकायतकर्ता को उसकी शिकायत की स्थिति (स्टेटस) की जानकारी नियमित रूप से दी जाए और उसे इस बात की संतुष्टि होनी चाहिए कि उसकी बात सुनी और समझी गई है।

(Udaipur Kiran) / -मनोज तोमर

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