Delhi

ड्रग तस्करी के मामले में दो आरोपित गिरफ्तार

नई दिल्ली, 11 मई (Udaipur Kiran) । दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नशे के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत बड़ी सफलता हासिल की। पुलिस ने ओडिशा से दिल्ली लाए जा रहे गांजे की एक बड़ी खेप को जब्त किया। इसके साथ ही दो अंतरराज्यीय तस्करों को भी गिरफ्तार किया है। तस्करों के कब्जे से 365.030 किलोग्राम उच्च गुणवत्ता वाला गांजा बरामद हुआ है, जिसकी बाज़ार में कीमत लगभग एक करोड़ रुपये बताई जा रही है। यह गांजा एक ट्रक में बनाए गए गुप्त तहखाने में छिपाकर लाया जा रहा था।

क्राइम ब्रांच के डीसीपी हर्ष इंदोरा ने बताया कि इंस्पेक्टर संजय कौशिक के नेतृत्व में बनी टीम ने तकनीकी निगरानी और गुप्त सूचना के आधार पर तस्करी में इस्तेमाल ट्रक की मूवमेंट को ट्रैक किया। ट्रक के रास्ते में पड़ने वाले टोल प्लाज़ा, मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल की गहन जांच की गई। ट्रक को झारखंड के जमशेदपुर से दिल्ली लाते समय बीच में पेपर रोल लादे गए, ताकि गांजे की गंध और शक से बचा जा सके।

डीसीपी ने आगे बताया कि 9 मई की रात को पुलिस ने ट्रक को दिल्ली के रोहिणी इलाके में काली माता मंदिर रोड के पास घेराबंदी कर रोका। जांच के दौरान ट्रक के केबिन के पीछे एक गुप्त तहखाना पाया गया, जिसमें गांजे की बोरियां छिपाई गई थी। पुलिस ने मौके से दो लोगों को गिरफ्तार किया। जिनकी पहचान सोनीपत निवासी दीपक और सुनील के रूप में हुई।

पूछताछ में सामने आया कि दोनों आरोपितों को उनके परिचित संजेव राणा ने यह ट्रक चलाने और गांजा पहुंचाने का जिम्मा सौंपा था। ट्रक सुनील मलिक के नाम पर रजिस्टर है और उसे चिप्स की डिलीवरी के नाम पर कोलकाता भेजा गया था, जिसके बाद ओडिशा से गांजा लादा गया। दीपक पेशे से ट्रक ड्राइवर है और पिछले 10 वर्षों से भारी वाहन चला रहा है। उसके साथ गिरफ्तार सुनील ने 12वीं तक पढ़ाई की है। वह पहली बार इस तरह की तस्करी में शामिल पाया गया है। दोनों आरोपितों ने स्वीकार किया है कि वे इस खेप को दिल्ली में किसी संपर्क सूत्र तक पहुंचाने वाले थे।

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(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी

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