
भोपाल, 10 मई (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में शनिवार को आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) की टीम ने बिजली विभाग के असिस्टेंट इंजीनियर के चार ठिकानों पर एक साथ छापेमार कार्रवाई की है। इस दौरान जांच में करोड़ों की संपत्ति, फैक्ट्री, तीन मकानों और कई बेनामी संपत्तियों का खुलासा हुआ है। ईओडब्ल्यू की टीम संपत्तियों की जांच कर रही है। फिलहाल कार्रवाई जारी है।
जबलपुर ईओडब्ल्यू की 15 सदस्यीय टीम शनिवार सुबह नरसिंहपुर पहुंची और बिजली कंपनी के असिस्टेंट इंजीनियर उमाशंकर पाराशर के चार ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। यह कार्रवाई नरसिंहपुर, आमगांव के पास बीनेर ग्राम और निवारी गांव में स्थित ठिकानों पर की गई। छापामार कार्रवाई के दौरान इंजीनियर उमाशंकर पाराशर की पत्नी के नाम पर करोड़ों की दो फैक्ट्रियों का खुलासा हुआ है। कई बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज भी मिले हैं। उमाशंकर पाराशर वर्तमान में कटनी के सिटी डिविजनल ऑफिस में असिस्टेंट इंजीनियर (एई) हैं। वह पहले नरसिंहपुर में विजिलेंस विभाग में थे। एक साल पहले ही उनका तबादला कटनी हुआ था।
ईओडब्ल्यू के डीएसपी एबी सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में पाराशर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के सबूत मिले हैं। उनके पास नरसिंहपुर स्थित विपतपुरा इलाके में एक मकान, रोसरा में दो अन्य घर, निवारी गांव में कॉमन बायो केमिकल फैक्ट्री और बीनेर ग्राम में स्थित मेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट है। ये प्लांट पत्नी के नाम पर हैं। उन्होंने कहा कि कार्रवाई अभी जारी है। जल्द ही विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर आगे की कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाएगी। जांच टीम ने मकानों, फैक्ट्रियों और अन्य ठिकानों से दस्तावेज, संपत्ति विवरण और लेन-देन से जुड़े अहम कागजात जब्त किए गए हैं। सभी संपत्तियों का आकलन कर सूची तैयार की जा रही है।
(Udaipur Kiran) तोमर
