
नालंदा,बिहारशरीफ 10 मई (Udaipur Kiran) । नालंदा जिलान्तर्गत शनिवार को राजगीर जू सफारी परिसर में विश्व प्रवासी पक्षी दिवस बड़े उत्साह, जागरूकता और सहभागिता के साथ मनाया गया। इस वर्ष की थीम का मुख्य उद्देश्य पक्षियों के लिए अनुकूल और सह-अस्तित्वपूर्ण शहरी वातावरण के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करना है।इसमें विद्यालय के बच्चों की विशेष भागीदारी रही। इस अवसर पर राजकीय मध्य विद्यालय, राजगीर के छात्र-छात्राओं ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया।
बच्चों के लिए पक्षी अवलोकन पोस्टर प्रदर्शनी, चित्रकला प्रतियोगिता और प्रवासी पक्षियों पर आधारित डॉक्युमेंट्री फिल्म का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागी बच्चों को उनके प्रदर्शन के आधार पर पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया।
विशेषज्ञों ने पक्षियों के महत्व पर व्याख्यान जाने-माने बर्ड वॉचर राहुल कुमार ने बच्चों को संबोधित करते हुए प्रवासी पक्षियों की प्रजातियों, उनके आवागमन के कारणों, जैव विविधता में उनके योगदान और संरक्षण के तरीकों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रवासी पक्षी पारिस्थितिक तंत्र के संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और इनके संरक्षण से न केवल पक्षियों की रक्षा होती है, बल्कि पर्यावरण का भी व्यापक संरक्षण होता है।
कार्यक्रम के समापन पर सभी उपस्थित छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और अधिकारियों ने प्रवासी पक्षियों एवं अन्य वन्यजीवों के संरक्षण की शपथ ली। इस पहल का उद्देश्य भावी पीढ़ियों को प्रकृति के प्रति संवेदनशील बनाना रहा।इस संबंध मेंनिदेशक ने पर्यावरणीय संतुलन में प्रवासी पक्षियों की भूमिका को बताया महत्वपूर्ण
राजगीर जू सफारी के निदेशक राम सुन्दर एम ने पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान कहा—“प्रवासी पक्षी केवल सुंदर और आकर्षक जीव नहीं हैं, बल्कि ये हमारे पर्यावरणीय संतुलन के प्रतीक हैं। इनका संरक्षण करना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। इस तरह के आयोजनों से बच्चों में जागरूकता और संवेदनशीलता विकसित होती है, जो भविष्य में पर्यावरण संरक्षण के लिए एक सकारात्मक कदम है।
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(Udaipur Kiran) / प्रमोद पांडे
