
– कलेक्टर ने ली अस्पताल व नर्सिंग होम संचालकों की बैठक, कहा- ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था सहित सभी स्वास्थ्य सेवायें चाक-चौबंद रहें
ग्वालियर, 09 मई (Udaipur Kiran) । सभी अस्पतालों एवं नर्सिंग होम में आपात स्थिति को ध्यान में रखकर स्वास्थ्य सेवाएं चाक-चौबंद रखें। साथ ही हर अस्पताल व नर्सिंग होम में आपात स्थिति के लिये बैड आरक्षित करें। दवाओं व ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था रहे। सेंट्रलाइज्ड ऑक्सीजन सिस्टम का तकनीकी परीक्षण भी करा लें। यदि अस्पताल के पास एम्बूलेंस है तो उसमें भी ऑक्सीजन इत्यादि सहित सभी उपकरण पूरी तरह चालू हालत में रहें।
यह निर्देश कलेक्टर रुचिका चौहान ने शुक्रवार को प्राइवेट अस्पताल व नर्सिंग होम संचालकों की बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि सभी अस्पताल व नर्सिंग होम अग्निशमन यंत्रों की पर्याप्त व्यवस्था रखें और इनके संचालन का प्रशिक्षण भी स्टाफ को दिलाएं। कलेक्टर ने बैठक में जानकारी दी कि प्राइवेट अस्पताल व नर्सिंग होम में उपलब्ध सेवाओं की जानकारी प्राप्त करने के लिये एक फॉर्मेट तैयार कराया गया है। इस फॉर्मेट में सही-सही जानकारी भरकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को उपलब्ध कराने के लिये उन्होंने कहा, जिससे आपात स्थिति में अस्पतालों की क्षमताओं का उपयोग जनहित में हो सके।
उन्होंने अस्पताल व नर्सिंग होम संचालकों का आह्वान करते हुए कहा कि आप सबने जिस तरह कोविड महामारी के दौरान सेवाभाव के साथ बेहतर कार्य किया था। उसी तरह वर्तमान में संभावित आपात स्थिति के दौरान भी देश के साथ एकजुटता का परिचय देकर सहयोग के लिये आगे आएं। शुक्रवार को ठाठीपुर स्थित पुराने जिला पंचायत परिसर में स्वास्थ्य विभाग के सभागार में आयोजित हुई बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सचिन श्रीवास्तव, नर्सिंग होम एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राकेश रायजादा, ग्वालियर नर्सिंग होम एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. सीपी बंसल व आईएमए के अध्यक्ष डॉ. बृजेश सिंघल सहित ग्वालियर के विभिन्न नर्सिंग होम व अस्पतालों के संचालक एवं प्रतिनिधिगण मौजूद थे।
सभी नर्सिंग होम व अस्पतालों में सायरन भी लगवाएं
कलेक्टर रुचिका चौहान ने बैठक में कहा कि सभी प्राइवेट नर्सिंग होम व अस्पतालों की छत पर सायरन अवश्य लगवाएं जाएं। जिससे आपात स्थिति में आसपास की बसाहटों को सायरन बजाकर सतर्क किया जा सके। उन्होंने कहा कि यदि सायरन उपलब्ध न हों तो अस्थायी तौर पर एम्प्लीफायर से जोड़कर लाउड स्पीकर भी लगाए जा सकते हैं। सायरन शुरू करने के लिये किसी कर्मचारी को भी अधिकृत करें और उसका टेलीफोन नम्बर कंट्रोल रूम में उपलब्ध कराएं।
सीएमएचओ कार्यालय में हर दिन दिया जायेगा सीपीआर का प्रशिक्षण
संभावित आपात स्थिति को ध्यान में रखकर ठाठीपुर में पुराने जिला पंचायत परिसर में स्थित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय में सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन), ऑर्थोपेडिक एवं मेडीकल से संबंधित अन्य प्राथमिक उपचार के संबंध में प्रशिक्षण दिया जायेगा। अवकाश के दिनों को छोड़कर प्रतिदिन अपरान्ह 3 से 4 बजे तक यह प्रशिक्षण दिया जायेगा।
कंट्रोल एण्ड कमाण्ड सेंटर में एम्बुलेंस उपलब्ध रहेंगीं
आपात स्थिति को ध्यान में रखकर मोतीमहल स्थित स्मार्ट सिटी कार्यालय परिसर में कंट्रोल एण्ड कमाण्ड सेंटर बनाया गया है। इसका टेलीफोन नम्बर 0751-2646606 है। इस कंट्रोल रूम में सर्वसुविधायुक्त 108 एम्बूलेंस उपलब्ध रहेंगीं। आपात स्थिति में कंट्रोल रूम के नम्बर पर फोन कर एम्बूलेंस की सहायता प्राप्त की जा सकेगी।
दरअसल, देश में चल रहे हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ग्वालियर द्वारा मोती महल स्थित कंट्रोल कमांड सेंटर में कंट्रोल रूम बनाया गया है, इस कंट्रोल रूम में शहर के नागरिक किसी भी आपातकालीन स्थिति में संपर्क कर जानकारी दे सकते हैं। कंट्रोल रूम का नंबर 0751 -2646606 है। कलेक्टर रुचिका चौहान ने शहर की स्थितियां की समीक्षा करते हुए मोतीमहल स्थित कंट्रोल कमांड सेंटर में कंट्रोल रूम पर 24 घंटे नजर रखने एवं कर्मचारी उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं। इस कंट्रोल रूम पर शहर के नागरिक किसी भी आपातकालीन स्थिति में संपर्क कर जानकारी दर्ज कर सकते हैं। इसके साथ ही शहर में पानी की समस्या के निराकरण के लिए नगर निगम द्वारा गर्मी के मौसम में शहर में पेयजल व्यवस्था ठीक बनी रहे, इसके लिए नगर निगम ग्वालियर द्वारा 24 घंटे 7 दिन शिकायत दर्ज करने के लिए एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। जिसमें शहर के नागरिक अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं। कंट्रोल रूम का नम्बर 0751-2438355 है
(Udaipur Kiran) तोमर
