शिमला, 09 मई (Udaipur Kiran) । भारत-पाकिस्तान के बीच उपजे तनावपूर्ण हालात के बीच प्रदेश के कई जिलों में आम लोगों में अनावश्यक खरीदारी की होड़ देखी जा रही है। लेकिन जिला प्रशासन शिमला और सिरमौर ने स्पष्ट किया है कि किसी भी आवश्यक वस्तु की कोई कमी नहीं है और लोग घबराहट में खरीदारी या जमाखोरी से परहेज करें।
जिला नियंत्रक, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले नरेंद्र धीमान ने जानकारी देते हुए कहा कि शिमला जिला में गेंहू, चावल सहित सभी आवश्यक खाद्यान्नों का पर्याप्त भंडारण है। इसके साथ ही पेट्रोल, डीजल और एलपीजी की भी समुचित उपलब्धता सुनिश्चित है। उन्होंने जनता से अपील की कि अनावश्यक खरीदारी कर आपूर्ति व्यवस्था को बाधित न करें, ताकि सभी लोगों को आवश्यक वस्तुएं समान रूप से मिल सकें।
उन्होेंने बताया कि खाद्यान्नों की सुचारू आपूर्ति सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से और खुले बाजार में जारी है। यदि कोई विक्रेता तय दरों से अधिक मूल्य वसूलता है या जमाखोरी करता है तो उसके विरुद्ध हिमाचल प्रदेश जमाखोरी एवं मुनाफाखोरी निरोधक आदेश, 1977 तथा वस्तु मूल्यांकन एवं प्रदर्शन आदेश, 1977 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
इसी कड़ी में उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप और उपायुक्त सिरमौर प्रियंका वर्मा ने भी लोगों से संयम बनाए रखने की अपील की है। प्रियंका वर्मा ने जानकारी दी कि केंद्र सरकार के कृषि मंत्रालय और खाद्य आपूर्ति विभाग के बीच हुई वर्चुअल बैठक में स्पष्ट किया गया है कि भारत सरकार के पास गेंहू व चावल का भरपूर भंडार है। ऐसे में डर या अफवाहों में आकर खाद्यान्नों की जमाखोरी से बचा जाए।
उन्होंने यह भी बताया कि सिरमौर जिले में ईंधन और एलपीजी की पर्याप्त आपूर्ति है और सभी रिटेल आउटलेट्स सामान्य रूप से कार्य कर रहे हैं। जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और सभी आवश्यक वस्तुएं नियमित रूप से वितरित की जा रही हैं।
प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि यदि किसी स्थान पर जमाखोरी या मुनाफाखोरी की जानकारी मिलती है तो उसकी शिकायत खाद्य आपूर्ति विभाग के टोल फ्री नंबर 1967 या जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के 1077 पर दर्ज करवा सकते हैं।
—————
(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
