
नई दिल्ली, 9 मई (Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 500 ऑनलाइन अटल फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) लॉन्च किए हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रो. टीजी सीताराम ने शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित एआईसीटीई मुख्यालय में किया। इस अवसर पर परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. अभय जेरे और सदस्य सचिव प्रो. राजीव कुमार भी उपस्थित रहे। परिषद ने वर्ष 2025-26 के लिए 500 ऑफलाइन एफडीपी पहले ही लॉन्च कर दिए हैं।
प्रो. सीताराम ने संकाय सदस्यों, स्नातकोत्तर छात्रों और शोधार्थियों को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करने में एफडीपी के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने इंडस्ट्री कनेक्शन के साथ वास्तविक जीवन परिदृश्यों में लागू करने के लिए संबंधित क्षेत्र में ज्ञान और प्रासंगिक कौशल सेट प्राप्त करने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह पहल भारत में तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने और सतत व्यावसायिक विकास को बढ़ावा देने के लिए एआईसीटीई की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
डॉ. अभय जेरे ने कहा कि चूंकि हमारे पास एफडीपी के दौरान उभरते क्षेत्रों के विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान हैं, इसलिए हमें अपनी वेबसाइट पर कुछ बेहतरीन व्याख्यानों का संग्रह बनाना चाहिए ताकि अन्य लोग भी उनसे लाभ उठा सकें। ऑनलाइन एफडीपी का उद्देश्य सतत व्यावसायिक विकास की संस्कृति को बढ़ावा देना है। इस वर्ष 500 कार्यक्रम आयोजित करने का प्रस्ताव है। प्रत्येक कार्यक्रम छह दिवसीय ऑनलाइन पाठ्यक्रम होगा जिसमें एडवांस्ड मैटेरियल, सेमीकंडक्टर, अंतरिक्ष और रक्षा, ब्लू इकोनॉमी सहित विभिन्न उभरते क्षेत्रों को शामिल किया जाएगा।
सभी उच्च शिक्षा संस्थान ऑनलाइन अटल एफडीपी के लिए आवेदन करने के पात्र हैं। एआईसीटीई प्रति एफडीपी के लिए प्रतिपूर्ति के आधार पर एक लाख रुपये का अनुदान प्रदान करेगा। ये कार्यक्रम संकाय सदस्यों को उनके ज्ञान और कौशल को बढ़ाकर लाभान्वित करेंगे, जिसे वे अपने छात्रों को आगे प्रदान कर सकते हैं। आवेदन पोर्टल 10 मई, 2025 को खुलेगा। इच्छुक संस्थान एक जून तक अपने आवेदन जमा कर सकते हैं।
एफडीपी के अंतर्गत आने वाले 17 उभरते क्षेत्र हैं:
1. एडवांस्ड मैटेरियल्स, रेयर अर्थ एंड क्रिटिकल मिनिरल्स, 2. सेमीकंडक्टर्स, 3. स्पेस एंड डिफेंस, 4. ब्लू इकॉनमी/ग्रीन इकॉनमी, 5. हाई परफॉरमेंस कंप्यूटिंग, 6. एनर्जी, सस्टेनेबिलिटी एंड क्लाइमेट चेंज , 7. एडवांस्ड कंप्यूटिंग (सुपरकंप्यूटिंग, एआई, डेटा साइंस), 8. नेक्स्ट जेन कम्यूनिकेशन, 9. स्मार्ट सिटीज एंड मोबिलिटी, 10. एग्रीटेक एंड फूड प्रोसेसिंग, 11. हेल्थकेयर एंड मेड-टेक, 12. डिजास्टर मैनेजमेंट एंड रेजिलिएंट इन्फ्रास्ट्रक्चर, 13. मैन्युफैक्चरिंग एंड इंडस्ट्री 4.0, 14. क्वांटम टेक्नोलॉजी, 15. हाइड्रोजन एनर्जी, 16. साइबर फिजिकल सिस्टम एंड साइबर सिक्योरिटी, 17. अन्य उभरती प्रौद्योगिकी क्षेत्र।
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(Udaipur Kiran) / सुशील कुमार
