Haryana

दिनेश शर्मा की शहादत पर पलवल में शोक, लांस नायक को नमन:कार्तिकेय शर्मा

शहीद की मां व पत्नी को सांत्वना देते राज्यसभा सांसद।
बल्लभगढ़ से विधायक एवं पूर्व मंत्री मूलचंद शर्मा ने भी गुलावद पहुंचकर शहीद को अर्पित की श्रद्धांजलि

पलवल, 9 मई (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर के पुंछ में मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले लांस नायक दिनेश शर्मा की शहादत ने पूरे मोहम्मदपुर गांव को गमगीन कर दिया। शुक्रवार को जब राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा शहीद के घर पहुंचे, तो हर आंख नम थी। शहीद की मां ने कांपती आवाज़ में बस इतना कहा—अब तिरंगा ही मेरा बेटा है। दिनेश शर्मा ने पाकिस्तान की ओर से हुई गोलीबारी का डटकर मुकाबला करते हुए वीरगति पाई।

कार्तिकेय शर्मा ने परिजनों से मिलकर गहरी संवेदना प्रकट की और भरोसा दिलाया कि इस दुख की घड़ी में सरकार और पूरा देश उनके साथ है। उन्होंने कहा कि दिनेश ने जिस साहस और समर्पण से मातृभूमि की रक्षा की, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगा। सांसद ने बताया कि भारतीय सेना ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया है। यह उन दुश्मनों के लिए स्पष्ट संदेश है, जो भारत की एकता और अखंडता को चुनौती देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की कायराना हरकतों का जवाब अब गोली से दिया जा रहा है।

विधायक मूलचंद शर्मा ने शहीद को अर्पित की श्रद्धांजलि :

बल्लभगढ़ से विधायक एवं पूर्व मंत्री मूलचंद शर्मा ने भी शहीद श्री दिनेश कुमार शर्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए नमन किया और परिजनों को सांत्वना देते हुए ढांढस बंधाया। उन्होंने शहीद को नमन करते हुए कहा कि देश की सेवा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए इस जांबाज बेटे की शहादत पर हम सभी को गर्व है। शहीद के परिवार की देशभक्ति और बलिदान को मैं दिल से सलाम करता हूं। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में सरकार और पूरा क्षेत्र उनके परिवार के साथ खड़ा है। उन्होंने शहीद के परिजनों को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।

11 साल पहले सेना में भर्ती हुए दिनेश, परिवार की उम्मीदों का सितारा थे। जवान बेटे की शहादत से पिता की आंखों में आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। बहन ने रोते हुए कहा, भाई कहता था, कुछ कर दिखाऊंगा… वो सच में अमर हो गया। गांव में शहीद को श्रद्धांजलि देने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोग भारत माता की जय और शहीद दिनेश अमर रहें के नारों के साथ अंतिम विदाई की तैयारी में जुटे हैं। घर की दीवारों पर लगे तिरंगे, गांव के हर कोने में गूंजते राष्ट्रगीत—सब कुछ जैसे दिनेश की वीरता की गवाही दे रहे हों। शहीद दिनेश शर्मा की ये बलिदान गाथा केवल उनके परिवार की नहीं, पूरे देश की शान है। आज उनका गांव रो रहा है, लेकिन साथ ही गर्व से सिर भी ऊंचा है।

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(Udaipur Kiran) / गुरुदत्त गर्ग

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