
कोरबा, 07 मई (Udaipur Kiran) । शहर के मध्य स्थित हेलीपैड के पास ग्रीन ज़ोन क्षेत्र में बिना अनुमति निर्माण कार्य किए जाने का मामला प्रकाश में आने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया। एसडीएम के निर्देश पर आज दोपहर को पटवारी और राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुँची और अवैध निर्माण को तत्काल प्रभाव से रुकवाया गया।
जानकारी के अनुसार, हेलीपैड के पास का यह क्षेत्र कोरबा शहर का एकमात्र प्रमुख ग्रीन ज़ोन क्षेत्र है, जिसे पर्यावरणीय दृष्टि से बेहद संवेदनशील और भविष्य की पीढ़ियों के लिए संरक्षित माना गया है। बावजूद इसके, कुछ लोगों द्वारा इस जमीन पर बिना किसी वैधानिक अनुमति के भवन निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया था।स्थानीय लोगों द्वारा लगातार विरोध करने और सामने आने के बाद प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की। राजस्व विभाग, नगर निगम के अधिकारी, पटवारी और पटेल समाज के प्रमुख सदस्य मौके पर पहुंचे और निर्माण कार्य को रोक दिया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मौके पर पहले से ही निर्माण सामग्री मौजूद थी और बीम खड़ा कर नींव तैयार की जा रही थी। यह स्पष्ट रूप से बिना नक्शा पास कराए और बिना अनुमति के किया जा रहा निर्माण था।राजस्व के अधिकारी भी आये हुए थे जिन्होंने निर्माण और जमीन के अनुमति पेपर मांगा गया तो ठेकेदार द्वारा वार्ड नम्बर 25 में हेलीपेड के पास सामुदायिक भवन बनाने के लिए टेंडर जारी किया आदेश दिखाया गया लेकिन जमीन का पेपर राजस्व विभाग द्वारा जारी किया हुआ नही था इसके बाद राजस्व विभाग निर्माण कार्य के लिए आपत्ति जताई।वही नगर निगम की टीम भी मौके पर पहुंची हुई थी टेंडर हुए निर्माण कार्य की जानकारी ली। जमीन एसईसीएल की है कि नगर निगम की ये अबतक स्पष्ट नही हो पाया है।
भरे जंगल मे भवन निर्माण करना कई सवाल खड़े करते हैं ऐसे में संबंधित विभाग की जानकारी बनती है कि ऐसी जगह को सुरक्षित रखें और कब्जा करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें।
पूर्व और वर्तमान पार्षद पति पार्षद शैलेंद्र सिंह उर्फ पप्पी हेलीपैड में हो रहे कब्जे को लेकर आपत्ती भी जताया था जहां इसका विरोध किए जाने के बाद एक बार नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची थी और कब्जाधारियों को समझ कर वापस भेज दी थी लेकिन फिर से कब्जा करना यह समझ से परे है।बताया जा रहा है कि पूर्व और वर्तमान पार्षद पति पार्षद शैलेंद्र सिंह उर्फ पप्पी पर विरोध किए जाने पर उसके खिलाफ मानिकपुर चौकी में पैसे की मांग की जाने को लेकर शिकायत की गई थी जिससे भी डर बना हुआ था कि किसी मामले में उसे फंसा मत दिया जाए ।
राजस्व विभाग नगर निगम की टीम ने फिलहाल निर्माण कार्य को बंद करा दिया गया।स्थानीय समाजसेवियों और नागरिकों का कहना है कि यह ग्रीन ज़ोन शहर का फेफड़ा है और इसे बचाना आने वाले समय के लिए बेहद जरूरी है। उन्होंने मांग की है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त निगरानी और जिम्मेदार अफसरों की जवाबदेही तय की जाए।
(Udaipur Kiran) / हरीश तिवारी
