


जयपुर, 6 मई (Udaipur Kiran) । वैशाख शुक्ल नवमी पर मंगलवार को जानकी नवमी मनाई गई। जिसके चलते शहर के चांदपोल बाजार स्थित मंदिर श्री रामचंद्रजी, छोटी चौपड़ स्थित ठिकाना मंदिर श्री सीताराम जी ,गलता तीर्थ सहित शहर के श्रीराम मंदिरों में जानकी जी के प्राकट्य उत्सव के आयोजन हुए। माता जानकी जी का जन्माभिषेक के साथ पूजा-अर्चना किया गया।
चांदपोल स्थित ठिकाना मंदिर श्री रामचंद्र जी में मंगलवार को श्री राम जानकी नवमी महोत्सव भक्तिभाव से मनाया गया। इस अवसर पर मंदिर प्रांगण में स्थित श्री राम दरबार को 21 हजार चौगुनी के लड्डू का भोग लगाया गया। मंदिर महंत नरेंद्र तिवारी ने इस महोत्सव को भव्य बनाने के लिए विशेष व्यवस्थाएं की है। चांदपोल बाजार स्थित मंदिर श्री रामचंद्रजी में महंत नरेंद्र तिवाड़ी के सान्निध्य में सुबह 11 बजे दुग्ध, घृत, बुरा, शहद, दही, इत्र, गुलाब, मोगरा, खस, केसर, चंदन, फल आदि से मिश्रित सुगंधित जल मेवे मिलाया हुआ दूध आदि से सीता जी का अभिषेक व औषधीय द्रव्यों से स्नान करवाया गया। इसके बाद माता जानकी का राजशाही जामे आद से शृंगार किया गया। दोपहर 2 बजे जानकी जी की जन्म आरती की गई। भक्तों को पंजीरी पंचामृत प्रसाद वितरित किया गया। जहां संध्या आरती में 21 हजार चौगुनी के लड्डू का भोग लगाया गया साथ ही मंदिर भक्त समाज द्वारा बधाई उत्सव मनाया गया।
इस दौरान ठाकुरजी को शीतल व्यंजनों व ऋतु फल अर्पित किए गए। भक्त समाज सुनयना रानी गोद खिलावे प्यारी जानकी…, आज महामंगल मिथलापुर, घर-घर बाजत बधाई री…, जैसे पदों से बधाई गान किया गया। इसके अलावा आदर्श नगर स्थित राम मंदिर, राम लक्ष्मण आश्रम, सार्थक मानव कुष्ठ आश्रम स्थित राम मंदिर सहित सभी मंदिरों में जानकी माता का जन्मोत्सव मनाया गया। मंदिरों में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। भक्तों ने सुखी दाम्पत्य जीवन की कामना के साथ सीता माता की पूजा अर्चना की।
वहीं उत्तर भारत की प्रमुख वैष्णव पीठ गलताजी में जानकी नवमी महोत्सव मनाया गया। श्रीगलता पीठ में जानकी जी के तीन दर्शन (स्वयंवर, वनवास व राज्याभिषेक) के अतिप्राचीन विग्रहों का पंचद्रव्यों, सर्वऔषधि, सहस्त्रधारा से जन्माभिषेक किया गया। माता जानकी जी का वैदिक विधि से 101 कलशों और विविध औषधियों, रसों, अनेक द्रव्यों से तिरुमंजन अभिषेक किया। तुलसी-पुष्पों से सहस्त्रार्चन कर महाआरती हुई, भक्तों ने सीताजी का तिरुमंजन अभिषेक, तुलसी-पुष्पों से सहस्त्रार्चन और महाआरती की गई।
21 हवाई गर्जनाओं के बीच जन्म आरती का भव्य आयोजन
छोटी चौपड़ स्थित ठिकाना मंदिर श्री सीताराम जी में श्री जानकी नवमी भक्तिभाव से मनाई गई। मंदिर महंत नंदकिशोर महाराज के सानिध्य में मंदिर प्रांगण में कई धार्मिक अनुष्ठान किए गए। श्री जानकी नवमी महोत्सव पर मंदिर प्रांगण को भगवा पताकाओं और रंग -बिरंगे फूलों एवं गुब्बारों से अलौकिक तरीके से सजाया गया। पूरे वर्ष में एक बार होने वाले श्री माता जानकी के चरर्णां के दर्शनों के लिए मंदिर प्रांगण में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचें।
मंदिर महंत नंदकिशोर महाराज ने बताया कि मंगलवार को श्री जानकी नवमी महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। 299 पर्ष पुरानी परंपरा के अनुसार साल में एक बार श्री राम जानकी नवमी पर माता जानकी जी के श्री चरणों के दर्शन कराएं जाते है। इस पर मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। माता जानकी के दर्शनों के लिए श्रद्धालु अल सुबह से ही मंदिर प्रांगण में डेरा डाले हुए नजर आए। मंगलवार को प्रात साढ़े 5 बजे मंगला आरती की गई। जिसके पश्चात प्रात 8 बजे श्रृंगार आरती और प्रात सवा 11 बजे जानकी माता का पंचामृत अभिषेक किया गया। दोपहर 2 बजे जन्म आरती और साय 7 बजे महा आरती का आयोजन हुआ। इस शुभ अवसर पर मंदिर प्रांगण में माता जानकी जी की बाल स्वरुप पालना झांकी सजाई गई, वहीं 21 हवाई गर्जनाओं के बीच जन्म आरती का भव्य आयोजन किया गया। मंदिर प्रांगण में सरस प्रभात मंडल के सानिध्य में बधाई उत्सव का आयोजन किया गया और दीपोत्सव एवं महाआरती का भव्य आयोजन किया गया।
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(Udaipur Kiran)
