
मेडिकल स्टोरों पर दवाइयों में मिली गड़बड़ी, 9 मेडिकल स्टोर के लाइसेंस सस्पेंड
एक मेडिकल स्टोर का लाइसेंस रद्द, एक को दिया कारण बताओ नोटिस
हिसार, 6 मई (Udaipur Kiran) । उपायुक्त अनीश यादव अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि
जिले में नशे के खिलाफ सख्त अभियान चलाया जाए। प्रत्येक एसडीएम अपने क्षेत्र में एक
मॉडल गांव विकसित करें, जहां नशा पूरी तरह समाप्त हो और युवाओं को सकारात्मक दिशा में
प्रेरित किया जाए।
उपायुक्त अनीश यादव मंगलवार को जिला स्तरीय एनकॉर्ड एवं पीएनडीटी बैठक में
अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। इसमें जिले के सभी एसडीएम, पुलिस विभाग और स्वास्थ्य
विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। उपायुक्त को स्वास्थ्य विभाग की ओर से जानकारी दी गई कि
पिछले माह एनडीपीएस दवाइयों के रिकॉर्ड में गड़बड़ी पाए जाने पर 9 मेडिकल स्टोरों के
लाइसेंस को सस्पेंड किया गया है। एक मेडिकल स्टोर का लाइसेंस रद्द कर दिया गया तथा
7 मेडिकल स्टोर संचालकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उपायुक्त ने स्पष्ट
किया कि नशे के अवैध कारोबार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बैठक में पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने बताया कि नशे की ओवरडोज से होने
वाली मौतों को लेकर पुलिस विशेष सतर्कता बरत रही है। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों
में इस प्रकार की घटनाएं अधिक होती हैं, वहां विशेष निगरानी और गश्त बढ़ाई गई है। साथ
ही नशा तस्करी में लिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
हांसी एसडीएम राजेश खोथ ने बैठक में जानकारी दी कि उन्होंने सिसाय गांव में
15 से अधिक युवाओं की काउंसलिंग कर उन्हें निर्माण कार्यों, हलवाई, प्लंबिंग आदि कारीगरी
के कार्यों में लगाया है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में नशे की लत से छुटकारा दिलवाकर
युवाओं को स्वरोजगार की दिशा में बढ़ावा दिया जा रहा है। यह प्रयास लगातार जारी हैं
ताकि युवा नशा छोडक़र समाज की मुख्यधारा में लौट सकें।
जिला स्तरीय पीएनडीटी की समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग की गतिविधियों की
जानकारी ली गई। लिंगानुपात में गिरावट वाले क्षेत्र, विशेष रूप से सिसाय, बरवाला, खांडाखेड़ी,
सोरखी, आर्य नगर, मिर्चपुर, उकलाना, सीसवाल, मंगाली व अर्बन एरिया में स्थिति चिंताजनक
पाई गई है। इन क्षेत्रों के एसएमओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, उकलाना क्षेत्र में सबसे कम लिंगानुपात
802 दर्ज किया गया है, जो जिले के औसत से काफी कम है। उपायुक्त ने इस पर चिंता व्यक्त
करते हुए निर्देश दिए कि सभी संबंधित अधिकारी सक्रिय रूप से काम करें और लिंगानुपात
सुधारने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाएं। जिले में पीसीपीएनडीटी एक्ट का सख्ती से
पालन सुनिश्चित किया जाए। स्वास्थ्य अधिकारी पंजीकृत एमटीपी सेंटर से ही गर्भपात किट
की बिक्री सुनिश्चित करें।
बैठक में हिसार एसडीएम ज्योति मित्तल, बरवाला एसडीएम डॉ. वेदप्रकाश बेनीवाल,
नारनौंद एसडीएम मोहित मेहराणा, हांसी एसडीएम राजेश खोथ, डिप्टी सीएमओ डॉ. सुभाष खतरेजा,
डॉ. गरिमा दहिया, जिला खेल अधिकारी नरेश कुमार, डीआईओ दीपक भारद्वाज सहित संबंधित अधिकारी
उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
