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पैदल और दाेपहिया वाहनों से सरिस्का के पांडुपोल मंदिर जाने पर अब राेक

सरिस्का का पांडुपोल मंदिर

अलवर, 6 मई (Udaipur Kiran) । रणथंभौर टाइगर रिजर्व में हाल ही में एक सात वर्षीय बालक पर बाघ के हमले की घटना के बाद सरिस्का टाइगर रिजर्व प्रशासन पूरी तरह अलर्ट हो गया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरिस्का प्रशासन ने मंगलवार, शनिवार और पूर्णिमा के दिन पैदल और दाेपहिया वाहनों से पांडुपोल हनुमान मंदिर जाने पर रोक लगा दी है।

सरिस्का के सीसीएफ संग्राम सिंह कटियार ने बताया कि यह फैसला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनज़र किया गया है। सरिस्का टाइगर रिजर्व में वर्तमान में 45 बाघ, बाघिन और शावक हैं। जंगल में बाघों की सक्रियता और लगातार हो रही साइटिंग को देखते हुए यह कदम उठाया गया है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।

श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था भी की है। अब मंगलवार, शनिवार और पूर्णिमा के दिन सरिस्का और टहला गेट से पांडुपोल मंदिर तक रोडवेज की विशेष बस सेवा चलाई जाएगी। दर्शनार्थी इन बसों के जरिए सुरक्षित तरीके से मंदिर तक पहुंच सकेंगे।

पांडुपोल मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालु सामान्यत: सदर गेट, बालेटा नाका और सिली बेरी गेट जैसे मार्गों का इस्तेमाल करते हैं। इनमें से सिली बेरी गेट का रास्ता घने जंगल से होकर गुजरता है, जो टाइगर के विचरण क्षेत्र में आता है। यही वजह है कि इस रास्ते से पैदल या दाेपहिया वाहनों से जाना खतरनाक माना गया है।

पांडुपोल हनुमान मंदिर की मान्यता महाभारत काल से जुड़ी मानी जाती है। मान्यता है कि यहां भगवान हनुमान की लेटी हुई प्रतिमा स्थापित है और इसी स्थान पर भीम का घमंड तोड़ा गया था। मंगलवार और शनिवार के दिन यहां दिल्ली, हरियाणा, मध्य प्रदेश और राजस्थान के विभिन्न जिलों से हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं।

सरकार की ओर से अलवर व भिवाड़ी नंबर की गाड़ियों को विशेष तौर पर इन दिनों मुफ्त एंट्री भी दी जाती है।

वन विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यह फैसला केवल श्रद्धालुओं की सुरक्षा के उद्देश्य से लिया गया है, श्रद्धा या परंपरा को ठेस पहुंचाना मकसद नहीं है। जंगल में टाइगर की मौजूदगी को देखते हुए यह जरूरी था कि पैदल और दाेपहिया यात्रा पर नियंत्रण किया जाए।

अब पांडुपोल जाने वाले भक्तों से अपील की जा रही है कि वे केवल रोडवेज की बस सेवा का उपयोग करें और किसी भी प्रकार की अनाधिकृत एंट्री से बचें।

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(Udaipur Kiran) / रोहित

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