
चित्तौड़गढ़, 5 मई (Udaipur Kiran) । शक्ति, भक्ति, त्याग, बलिदान की केसरिया वीर भूमि चित्तौड़गढ़ के स्थापना दिवस चित्तौड़ी आठम सोमवार को है। इस अवसर पर चित्तौड़गढ़ की सुख, शांति, समृद्धि के लिए दुर्ग स्थित कालिका माता मंदिर में हवन एवं पूजन के कार्यक्रम हुए हैं। इसके अलावा मंदिर की ध्वजा को भी बदला गया। चित्तौड़ी आठम महोत्सव समिति के बैनर तले यह आयोजन किया है। इसमें आतंक के समूल विनाश के लिए हवन में आहुतियां दी गई।
जानकारी के अनुसार वैशाख माह की अष्टमी को चित्तौड़गढ़ शहर की स्थापना हुई थी। ऐसे में वैशाख माह के तहत सोमवार को स्थापना दिवस मनाया गया। चित्तौड़ी आठम महोत्सव समिति करीब 18 साल से यह आयोजन करता आ रहा है। सोमवार को भी विश्व विख्यात दुर्ग स्थित कालिका माता मंदिर में महंत रामनारायण पुरी, महंत प्रमोद भारती के सानिध्य में पंडित अरविन्द भट्ट द्वारा यज्ञ, हवन करवाए। इस दौरान चित्तौड़गढ़ की खुशहाली की कामना की। मंदिर में विशाल ध्वजा व दण्ड की पूजा अर्चना कर मंदिर के शिखर पर चढ़ाई गई। इसके बाद मंदिर में प्रसाद वितरण किया गया। समिति के अमन गौड़ ने बताया कि हवन के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक हेमन्त जैन, जिला प्रचारक त्रिलोक, जौहर स्मृति संस्थान के अध्यक्ष राव नरेन्द्र सिंह, वरिष्ठ नागरिक मंच अध्यक्ष राधेश्याम आमेरिया, विश्व हिन्दू परिषद के जिला मंत्री शेखर सोनी, चित्तौड़ी आठम महोत्सव समिति के अध्यक्ष मुकेश नाहटा, विरासत एवं विकास संस्थान के अध्यक्ष पवन पटवारी, सचिव अरविन्द भट्ट, विजयराज सिंह रूद, कुलदीप पारीक, गोपाल शर्मा, अमन गौड़, राहुल दीक्षित, बाबू डांगी, करण पांडिया, मोनू गुर्जर, शुभम गोखरू, विष्णु तिवारी, शुभम सेन, राहुल सोनी, युवराज ईनाणी, ललित मोदी, संदीप सुखवाल, सुभाष सोनी, विपुल सिंह सहित कई कार्यकर्ताओं ने हवन यज्ञ में आहुतियां दी।
समिति के अध्यक्ष मुकेश नाहटा ने बताया कि विगत 18 वर्षों से चित्तौड़गढ़ का स्थापना दिवस चित्तौड़ी आठम महोत्सव समिति यज्ञ, हवन के साथ कालिका माता मंदिर पर ध्वजा चढ़ा कर मनाती आ रही है। सोमवार को हवन के दौरान ही हाल ही में हुए पहलगाम के आतंकी हमले में निर्दोष दिवंगत देशवासियों को उनकी आत्मा की शांति के लिए आहुती दी। वहीं आतंकियों व आतंकियों के आकाओं सहित पनाहगारों के समूल नाश के लिए भी आहूति दी गई।
—————
(Udaipur Kiran) / अखिल
