
बाराबंकी, 3 मई (Udaipur Kiran) । जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी की अध्यक्षता में तहसील दिवस में शनिवार काे जनता की फरियाद सुनी। डीएम ने सभी की समस्या सुनकर संबंधित विभाग को निस्तारण के निर्देश दिए। कुछ फरियादियों ने यह कहने पर कि उनको रसीद नहीं मिली, यह सुनकर डीएम ने
काफी नाराजगी व्यक्त की।
डीएम के सामने सियाराम नचना ने गांव के ही पप्पू को करीब पांच लाख रुपया उधार देने के बाद वापस न करने की शिकायत की। उन्होंने पुलिस के पास समाधान के लिए भेजा। सुंदर लाल ने ग्राम समाज के नंबरों पर प्रधान के घूर गड्ढा बनवाने की शिकायत की, तो अमोली के एक व्यक्ति ने
अपनी जमीन से मिट्टी खुदाई के लिए देने के बाद पैसा न मिलने की शिकायत की। डीएम के सामने चक रोड नाप कराकर कब्जा हटवाने के भी मामले आए।
उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी समय से समस्या समाधान करें और गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। इस अवसर पर सर्वाधिक राजस्व की 57, पुलिस की 20, विकास की 11 व खादय रसद की पांच शिकायतें सहित 102 शिकायते दर्ज हुई। जिनमें 15 का निस्तारण हुआ। ब्लॉक रामनगर के 10 व सूरतगंज के ड्स दिव्यांग लाभार्थियाें को आवास बनने के बाद ताला चाबी व मत्स्य पालन पट्टा प्रमाण पत्र दिया गया। महादेवा दलित बस्ती से आए कई लोगों ने डीएम से कहा कि उनको विस्थापित न किया जाए। वे कारीडोर के दायरे से बाहर है, लेकिन उनका सर्वें हुआ है।
डीएम ने इस मामले काे एसडीएम से देखने को कहा। कुछ लोगों ने यह कहा कि उन्होंने प्रार्थना पत्र दिया है, मगर रसीद नहीं मिली तो डीएम काफी नाराज हुए और एसडीएम से कहा कि यह अव्यस्था ठीक नहीं है। रसीद कौन देता है उसे बताए और जो रसीद नहीं पाए हैं उनको दिलवाए। डीएम के साथ कप्तान अर्पित विजय वर्गीय, डीडीओ भूषण कुमार, अधिशाषी अभियंता पीडब्लूडी दीपक चौधरी आदि मौजूद रहे।
—————
(Udaipur Kiran) / पंकज कुमार चतुवेर्दी
