

ज्योर्तिमठ, 02 मई (Udaipur Kiran) । भगवान बद्रीविशाल के कपाट खुलने की परंपरा के अनुसार शुक्रवार को विष्णु वाहन श्री गरुड़ जी की अगुवाई में आदि गुरु शंकराचार्य की पवित्र गद्दी, गाडू घड़ी तेल कलश के साथ मुख्य पुजारी रावल प्रथम पड़ाव पांण्डूकेश्वर पहुंचे, जहां पाण्डुकेश्वर के ग्रामीणों व स्कूली बच्चों ने यात्रा का जोरदार स्वागत किया।
इससे पूर्व पूर्वाह्न साढ़े दस बजे गाडू घड़ा, मुख्य पुजारी श्री रावल अमरनाथ नंबूदरी सहित, आदि गुरु शंकराचार्य गद्दी एवं श्री गरूड़ जी श्री नृसिंह मंदिर परिसर में पूजा-अर्चना पश्चात सेना की गढ़वाल स्काउट्स के बैंड की भक्तिमय उदघोष के साथ प्रथम पड़ाव पांडुकेश्वर प्रवास के लिए प्रस्थान किया।
भगवान बदरीविशाल के वाहन श्री गरूड़ महाराज को इस बार मंदिर समिति ने हक हकूकधारियों के सहयोग से पूजा-अर्चना पश्चात भब्य समारोह पूर्वक बदरीनाथ धाम के लिए प्रस्थान कराया।
इस बार ऐतिहासिक रूप से पहली बार भगवान नारायण हरि के वाहन श्री गरूड़ जी समारोह पूर्वक धाम को रवाना हुए। जिस कारण श्रद्धालुओं में अधिक उत्साह देखा गया।
(Udaipur Kiran) / प्रकाश कपरुवाण
