
शिमला, 2 मई (Udaipur Kiran) । भाजपा ने कांग्रेस के ‘संविधान बचाओ अभियान’ के तहत हुई बिलासपुर में हुई बैठक में हंगामे को लेकर कांग्रेस पर जोरदार प्रहार किया। भाजपा ने कहा कि यह अभियान असल में “कांग्रेस बचाओ अभियान” बनकर रह गया है, जिसमें पार्टी पूरी तरह विफल नजर आ रही है। भाजपा ने हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की अंदरूनी कलह हाेने का दावा करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह से इस्तीफा मांगा।
भाजपा के मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने शुक्रवार को यहां एक पत्रकार वार्ता में आरोप लगाया कि प्रदेश की जनता ही नहीं बल्कि खुद कांग्रेस के मंत्री भी मुख्यमंत्री सुक्खू की कार्यप्रणाली से नाराज़ हैं। उन्होंने कहा कि बिलासपुर बैठक में प्रतिभा सिंह का यह बयान सामने आया कि उनकी न तो प्रदेश सरकार में सुनवाई हो रही है और न ही पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व के पास। उन्होंने सवाल उठाया कि जब खुद कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष ही बेअसर हो चुकी हैं तो उन्हें अपने पद पर बने रहने का कोई औचित्य नहीं रह जाता।
भाजपा प्रवक्ता ने बैठक में उठे विशेष समुदाय के मुद्दों को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि समुदाय के प्रतिनिधियों ने आरोप लगाए कि सरकार उन्हें ठेकेदारी के भुगतान तक नहीं दे रही और मस्जिदों तक की अनदेखी की जा रही है। इससे यह स्पष्ट है कि कांग्रेस सरकार का भरोसा अब अल्पसंख्यक समुदाय में भी टूट चुका है। रणधीर शर्मा ने कांग्रेस सरकार पर आम लोगों की अनदेखी का आरोप लगाया और कहा कि जिस अभियान का नाम ‘संविधान बचाओ’ है, उसमें न तो संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को याद किया गया और न ही हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।
रणधीर शर्मा ने कहा कि जब प्रदेश का हर वर्ग कांग्रेस सरकार से दुखी है और खुद पार्टी अध्यक्ष को भी सुनवाई नहीं मिल रही तो ऐसे में मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष को तुरंत अपने पदाें से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जो पार्टी अपनी बैठकें तक शांतिपूर्वक नहीं कर पा रही, वह प्रदेश कैसे चलाएगी?
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
