
सोनीपत, 2 मई (Udaipur Kiran) । सोनीपत
के गोहाना क्षेत्र में गुरुवार रात से हो रही बारिश ने व्यापारियों और किसानों की
मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मंडी में खुले में रखा लाखों क्विंटल गेहूं भीग गया, जिससे
भारी नुकसान हुआ है। व्यापारियों के अनुसार, करीब पांच लाख बैग बारिश की भेंट चढ़ चुके
हैं। तिरपाल से ढके होने के बावजूद आंधी में तिरपाल उड़ गई, जिससे गेहूं में नमी बढ़
गई है। इस नमी के आधार पर अब मॉयश्चर कट लगाकर उनका आर्थिक नुकसान किया जाएगा।
व्यापारियों
का आरोप है कि मंडी व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। उठान कार्य की गति बेहद धीमी
है, पर्याप्त संख्या में ट्रक उपलब्ध नहीं हैं और भ्रष्टाचार चरम पर है। व्यापारी बताते
हैं कि भुगतान प्रक्रिया भी रुकी हुई है, क्योंकि जब तक गेहूं का उठान नहीं होता, तब
तक किसान को भी भुगतान नहीं मिल सकता। व्यापारियों ने यह भी आरोप लगाया कि मंडी में
ठेकेदार पैसे की मांग करते हैं। जो व्यापारी रिश्वत देता है, उसका माल पहले उठाया जाता
है, जबकि बाकी का अनाज खुले में भीगता रहता है। इससे न केवल व्यापारी, बल्कि किसान
भी प्रभावित हो रहे हैं।
मंडी
में लंबे समय से मरम्मत नहीं हुई है। शेड टूटे हुए हैं और जगह की भारी कमी है, जिससे
किसान अपना गेहूं खुले में रखने को मजबूर हैं। व्यापारियों ने प्रशासन की लापरवाही
और ठेकेदारों पर कार्रवाई न होने को लेकर रोष जताया है और तुरंत सुधारात्मक कदम उठाने
की मांग की है।
—————
(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
