

रायपुर, 1 मई (Udaipur Kiran) । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में गुरुवार को वक्फ सुधार जनजागरण अभियान को लेकर महत्वपूर्ण कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला का उद्देश्य 1 से 10 मई तक चलने वाले वक्फ जनजागरण अभियान की रणनीति तय करना था। इसके तहत भाजपा मुस्लिम समाज के बीच जाकर वक्फ संशोधन बिल के फायदे बताएगी और जनजागरूकता फैलाएगी। इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि वक्फ अधिनियम में संशोधन हुआ तो इसका मतलब ये नहीं कि हम इसके विरोधी हैं बल्कि हम ही अकेले हैं जो वक्फ के समर्थक हैं। उन्होंने कहा कि वक्फ का संशोधन मुस्लिमों का विकास करेगा, उन्हें विकसित भारत की परिकल्पना के साथ जोड़ेगा।
मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि मुस्लिम कमजोर रहे ये विपक्षी दल चाहते रहे हैं ताकि वो उनका चुनावी राजनीति में उपयोग करते रहे। कांग्रेस ने इतने लंबे शासन बावजूद उनके लिए कुछ नहीं किया। सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में इसका खुलासा भी किया गया। वक्फ की कमाई के बारे में भी इस रिपोर्ट में महत्वपूर्ण तथ्य लिखे गए है। 6 लाख एकड़ की जमीन से 12 हजार करोड़ की आय सालाना होनी चाहिए थी।उसमें लिखा गया जिन्हें वक्फ की संपत्ति संभालने का जिम्मा मिला उन्होंने लूट मचाई। जमीन को कम किराए में देकर रिश्वत ली जाती रही। वक्फ के भ्रष्टाचार में मुतवल्लियों के साथ साथ वक्फ के पदाधिकारी भी शामिल रहे हैं।
अग्रवाल ने कहा कि सच्चर कमेटी ने ये सब ठीक करने की अनुशंसा की, कमाई बढ़ाने की अनुशंसा की और कहा कि बूढ़े लोगों के इलाज, अनाथ और विधवाओं के जीवन को बेहतर बनाने इसका उपयोग हो लेकिन कांग्रेस ने सरकार में रहते इस हेतु ऐसा कोई कार्य नहीं किया जिसे सच्चर कमिटी ने कहा था बल्कि 2013 में एक संशोधन कर इस लूट को बढ़ाने के प्रावधान किए। वक्फ की जमीनों से 12 हजार करोड़ की आय होती और मुसलमानों का जीवन कितना बेहतर होता।
उन्होंने कहा कि आज लगभग 38 लाख एकड़ जमीन वक्फ के पास है इससे 1 लाख करोड़ की आय होनी चाहिए लेकिन हों रही है 163 करोड़। प्रधानमंत्री मोदी का विजन है 2047 में भारत को विकसित भारत बनाना, 20 करोड़ मुस्लिमों का विकास भी उसमें शामिल हो। वक्फ का संशोधन मुस्लिमों का विकास करेगा, उन्हें विकसित भारत की परिकल्पना के साथ जोड़ेगा। वक्फ बाय यूजर की जितनी प्रॉपर्टी है जो विवादित नहीं है, वो वक्फ की जमीन बनी रहेगी। किसी भी धार्मिक स्थल को छेड़ा नहीं जाएगा इसके लिए लिखित प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि जिन्होंने भी वक्फ की संपतियों को ,गरीब मुसलमानों का हक मारा है एक-एक का चुन -चुन के इलाज होगाl वक्फ करने की सबसे बड़ी शर्त हैं कि जो संपति दान करने वाला है संपति उसकी खुद की होनी चाहिए। इस प्रावधान का बहुत उल्लंघन हुआ है।
(Udaipur Kiran) / केशव केदारनाथ शर्मा
