
धर्मशाला, 01 मई (Udaipur Kiran) ।
हिमाचल प्रदेश वूल फेडरेशन के अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा है कि भेड़ पालकों की समस्याओं का त्वरित निदान करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी और भेड़ पालकों की आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए विशेष कदम उठाए जाएंगे।
यह बात वीरवार को वूल फेडरेशन अध्यक्ष ने ऊन श्रेणीकरण एवं विपणन केंद्र बनूरी, पालमपुर के पहले दौरे के दौरान भेड़ पालकों से मुलाकात करने के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि भेड़ पालकों को आ रही दिक्कतों के समाधान के लिए तत्परता से कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि गद्दी समुदाय की संस्कृति को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए हम सभी को सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को भी भेड़ पालन व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि भेड़ पालन व्यवसाय को बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास करने की जरूरत है उन्होंने विभाग को ऊन बिक्री के लिए बेहतर मार्केटिंग प्लेटफार्म उपलब्ध करवाने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा। उन्होंने कहा कि ऊन उत्पादन को अधिक बढ़ाने के लिए हमें पहले भेड़ पालन व्यवसाय को बढ़ावा देना आवश्यक है। उन्होंने भेड़ पालन व्यवसाय में आ रही चुनौतियों जैसे की चारागाह, दवाइयों की कमी, प्राकृतिक आपदाएं और भेड़ों की सुरक्षा इत्यादि को दूर करने के लिए हम सभी को साथ मिलकर कार्य करने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने वूल फेडरेशन के अधिकारियों को विषैली घास से भेड़ों को बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाने को निर्देश भी दिए।
हिमाचल प्रदेश वूल फेडरेशन के निदेशक मंडल के सदस्य त्रिलोक चंद ने वूल फेडरेशन अध्यक्ष का पालमपुर में पधारने पर स्वागत किया और उन्होंने कहा कि मनोज कुमार के नेतृत्व में हम सभी मिलकर वूल फेडरेशन को और अधिक सुदृढ़ बनाएंगे और भेड़ पालकों की समस्याओं को समाधान सुनिश्चित किया जाएगा।
इससे पहले वूल फेडरेशन अध्यक्ष का पालमपुर में पधारने पर उनके समर्थकों द्वारा फूल और मालाओं से गर्म जोशी से स्वागत भी किया।
इस दौरान भेड़ पालकों ने अध्यक्ष के समक्ष अपनी समस्याओं की जानकारी सांझा की।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
