Haryana

पंजाब में भाजपा को खड़ा कर रहे हरियाणा के मुख्यमंत्री

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी पंजाब में पगड़ी पहनकर रैली को संबोधित करते हुए

– आआपा के लिए पैदा हो रही नई चुनौती

चंडीगढ़, 1 मई (Udaipur Kiran) । पंजाब एवं हरियाणा के बीच पेयजल आपूर्ति को लेकर शुरू हुआ विवाद केवल पानी का नहीं बल्कि इसके पीछे कई बड़े राजनीतिक कारण हैं। पंजाब में वर्ष 2027 में विधानसभा में चुनाव होने हैं। जिसके चलते अभी से सभी राजनीतिक दल चुनावी मोड पर आ गए हैं।

हरियाणा के सात जिले पंजाब की सीमा से सटे हुए हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की ससुराल भी सीमावर्ती जिला कुरुक्षेत्र में है। हरियाणा में तीसरी बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद अब भाजपा का पूरा फोकस पंजाब पर हो गया है। आम आदमी पार्टी की केवल पंजाब में ही सरकार है।

भाजपा ने दिल्ली में आआपा को सत्ता से बाहर करके सत्ता संभाली है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी पंजाब में भाजपा को खड़ा करने में लगे हुए हैं। जिसकी शुरूआत उन्होंने 12 जनवरी को उस समय की जब वह पंजाब भाजपा कार्यालय पहुंचे और सदस्यता अभियान का जायजा लिया। यहां नायब सैनी ने पंजाब के लुधियाना, जालंधर व अन्य जिलों में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने वाले आम लोगों से बातचीत की।

पंजाब के राजनीतिक दलों ने नायब सैनी के इस दौरे को गंभीरता से नहीं लिया लेकिन भाजपा के नेता पंजाब में नायब सैनी के लिए मैदान तैयार करने में जुटे रहे।

परिणाम स्वरूप 23 मार्च को नायब सैनी ने पंजाब में उस समय बड़ा धमाका किया जब भगवंत मान के पुराने संसदीय क्षेत्र अथवा गृह जिला संगरूर से 15 गांवों के सरपंच सीएम आवास पर मिलने के लिए पहुंचे। उनकी मांग पर नायब सैनी ने दो दिन के भीतर जींद से पटियाला के लिए हरियाणा रोडवेज की बस चलवाई। पंजाब के सरपंचों के कहने पर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिख श्रीगंगानगर-नांदेड़ एक्सप्रेस और सरबत दा भला एक्सप्रेस को धमतान साहिब में रोकने का अनुरोध किया।

यहीं से पंजाब एवं हरियाणा के बीच विवाद की शुरूआत हुई थी।

पंजाब में पिछले कई माह से ग्रेनेड हमले हो रहे हैं। पंजाब भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया के आवास पर ग्रेनेड हमले के अगले दिन नायब सैनी आठ अप्रैल को जालंधर पहुंचे और उनसे मुलाकात की। नायब सैनी ने जालंधर में कई मीडिया हाउस का भी दौरा किया। जालंधर में नायब सैनी ने करीब आधा दर्जन स्थानों पर हुए कार्यक्रमों में भाग लिया। ग्रामीणों से भी मिले।

बदले हुए घटनाक्रम में 13 अप्रैल को बैसाखी के मौके पर नायब सैनी ने श्री आनंदपुर साहिब पहुंचकर तख्त श्री केसगढ़ साहिब में माथा टेका।

इसके बाद 20 अप्रैल को नायब सैनी ने मोहाली के जीरकपुर में आम आदमी पार्टी समर्थित पांच पार्षदों को भाजपा में शामिल कराया।

25 अप्रैल को पंजाब के मशहूर गायक गुरदास मान ने नायब सैनी से मुलाकात की। इसके बाद हिसार में गुरदास मान का कार्यक्रम हुआ। 26 अप्रैल को सैनी ने मोहाली के डेराबस्सी में एक रैली को संबोधित किया। जहां उन्होंने ऐलान किया कि पंजाब में भाजपा की सरकार बनते ही हरियाणा की तर्ज पर सभी फसलों को एमएसपी पर खरीदा जाएगा। नायब सैनी की पंजाब में लगातार बढ़ रही सक्रियता पिछले कई दिनों से राजनीति में चर्चा का विषय बनी हुई है।

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(Udaipur Kiran) शर्मा

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