मुंबई, 30 अप्रैल (Udaipur Kiran) । मुंबई महानगरपालिका की ओर से सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने के लिए सीसी रोड का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। अब सड़कों के सीमेंट कंक्रीटिंग कार्य में ‘अल्ट्रा थिन व्हाइट टॉपिंग’ (यूटीडब्ल्यूटी) पद्धति का भी इस्तेमाल किया जाएगा। अतिरिक्त मनपा आयुक्त (परियोजना) अभिजीत बांगर ने जहां संभव हो वहां यूटीडब्ल्यूटी पद्धति का इस्तेमाल करने का निर्देश संबंधितों को दिया है।
यूटीडब्ल्यूटी एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें सड़क को मजबूत बनाने के लिए पुरानी डामर सड़क पर कंक्रीट की एक पतली या मोटी परत जोड़ दी जाती है। इससे सड़क अधिक टिकाऊ, मजबूत और लंबे समय तक चलने वाली बन जाती है। बांगर ने कहा कि सीसी रोड में ज्वाइंट कटिंग के कारण बनने वाले एक्सपेंशन ज्वाइंट को उपयुक्त रसायन भरकर सुरक्षित और लचीला बनाए रखना आवश्यक है। तापमान में परिवर्तन होने से सीसी रोड फैलती और सिकुड़ती हैं। कंक्रीट स्लैब में दरारें रोकने के लिए दो स्लैबों के बीच विस्तार जोड़ लगाए जाते हैं। ये जोड़ सड़क को मजबूत और टिकाऊ बनाए रखने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ‘सिलिकॉन सीलेंट’ रसायन लचीला है और तापमान व दबाव को सहन कर सकता है। इसलिए सीसी रोड के स्लैब में विस्तार जोड़ों को सिलिकॉन सीलेंट से ठीक से भर दिया जाना चाहिए।
अतिरिक्त मनपा आयुक्त बांगर ने सीसी रोड कार्यस्थलों का दौरा कर निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जहां कंक्रीटिंग का काम पूरा हो चुका है, वहां थर्मोप्लास्टिक मार्किंग, रिफ्लेक्टिव रोड मार्किंग, साइनेज, यातायात सुरक्षा संकेत, चौराहों पर जंक्शन ग्रिड मार्किंग जैसे अंतिम कार्य तुरंत पूरा कर यातायात शुरू करने के निर्देश दिया। सीसी रोड का काम 31 मई 2025 से पहले पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। घाटकोपर (पूर्व) में श्रीमद राजचंद्र ज्ञानमंदिर मार्ग, कुर्ला (पूर्व) में शिवश्रुति मार्ग जैसी सड़कों की सीमेंट कंक्रीटिंग का काम पूरा हो चुका है। घाटकोपर (पश्चिम) में संघानी एस्टेट रोड का निर्माण टीडब्ल्यूटी पद्धति का उपयोग करके किया जा रहा है।
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(Udaipur Kiran) / वी कुमार
