
रांची, 30 अप्रैल (Udaipur Kiran) ।
पर्यटन विकास से जुडी विभागीय योजनाओं में स्थानीय स्टेकहोल्डर्स की सहभागिता हो, इस मुद्दे पर फेडरेशन ऑफ झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की बैठक पर्यटन निदेशक अंजली यादव से हुई। बुधवार को हुई बैठक में चेंबर के प्रतिनिधियों ने सरकार की प्रॉपर्टी विकसित कर, उनका संचालन पीपीपी मोड पर करने का सुझाव दिया।
चेंबर ने निदेशक से आग्रह किया कि मौजूदा समय में राज्य की सरकारी प्रॉपर्टी जीर्ण-शीर्ण अवस्था में हैं। उनके संरक्षण, रख-रखाव और संचालन में यहां के स्थानीय स्टेकहोल्डर्स मुख्य भूमिका निभा सकते हैं। यह भी सुझाया गया कि झारखंड टूरिज्म प्रमोशन में स्थानीय उद्यमियों को सहभागी बनाया जाना जरूरी है।
साथ ही कहा गया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पर्यटन मंत्री और संबंधित स्थानीय उद्यमियों का वीडियो बनाकर विभाग आओ हमारे झारखण्ड में टूरिज्म प्रमोशन का वीडियो रिलीज किया जाये। इससे सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।
टूरिज्म फेयर में चेंबर को सहभागी बनाने पर बल
चेंबर महासचिव आदित्य मल्होत्रा ने सरकार के स्तर से आयोजित किये जानेवाले ट्रैवल एंड टूरिज्म फेयर में झारखंड चेंबर को सहभागी बनाने पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि झारखंड के पर्यटन स्थलों का नये सिरे से प्रचार-प्रसार और पर्यटन उद्यम को बढ़ाने की संभावनाओं को गति देने में यह विभाग का सार्थक प्रयास साबित होगा। इस फेयर में पडोसी देश, राज्यों और कई देशों की भागीदारी सुनिश्चित कराने में हम विभाग का सहयोग करने में भूमिका निभा सकते हैं।
वहीं टूरिज्म उप समिति के चेयरमेन शैलेश अग्रवाल के सुझाव पर विभाग की निदेशक ने स्टेट टूरिज्म प्रमोशन कमिटी (एसटीपीसी) में चेंबर को प्रतिनिधित्व देने के लिए आश्वस्त किया। साथ ही उन्होंने चेंबर के सुझाये गये सभी बिंदुओं पर सकारात्मक कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
