CRIME

प्रयागराज: दम्पत्ति हत्याकांड का खुलासा, इलेक्ट्रीशियन गिरफ्तार

दम्पत्ति हत्याकांड मामले में गिरफ्तार आरोपित एवं पुलिस अधिकारियों का छाया चित्र

हत्या में प्रयुक्त औजार हथौड़ा बरामद

प्रयागराज, 30 अप्रैल (Udaipur Kiran) । नैनी कोतवाली एवं एसओजी और सर्विलांस की संयुक्त पुलिस टीम ने 28 अप्रैल को हुई दम्पत्ति हत्याकांड का खुलासा करते हुए इलेक्ट्रीशियन को भारतीय जीवन बीमा अस्पताल के पास से बुधवार को गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त औजार हथौड़ा बरामद किया। पुलिस कहना है कि इलेक्ट्रीशियन ने बताया कि उसकी बीस हजार रुपये मजदूरी न देने एवं मांगे जाने पर अभद्र भाषा का प्रयोग करने पर मौत के घाट उतार दिया।

पुलिस उपायुक्त यमुनानगर विवेक चन्द्र ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित औद्योगिक थाना क्षेत्र के लवायन खुर्द चटकहना गांव निवासी श्यामबाबू उर्फ श्यामलाल पुत्र स्वर्गीय मीरू है। पूछताछ के दौरान आरोपित ने बताया कि मृतक अरुण कुमार श्रीवास्तव के घर में वायरिंग का काम किया था। जिसकी लगभग 20 हजार रुपए मजदूरी बाकी थी। जिसे कई बार मांगने गया, लेकिन उसे नहीं दे रहे थे। वारदात के दिन 28 अप्रैल को भी वह मजदूरी लेने के लिए गया था। इस पर कुछ देर आने के लिए अरुण कुमार ने बोला और जब पुन: पहुंचा तो उसका पैसा देने के बजाय अभद्र भाषा का प्रयोग किया जो उसे नागवार गुजरा और झोले में रखी हथौड़ा निकाल कर उसके सिर में वार करके हत्या कर दी, जब उसे बचाने के लिए अरुण की पत्नी आगे आई तो उसने हथौड़ा लेकर आगे बढ़ा, तो दूसरे कमरे में भाग गई। इस पर मै उस कमरे में गया और उसकी हत्या कर दी। इसके बाद कमरे में हाथ धुला और वहां रखा ताला लेकर बाहर निकला और गेट में लगाकर भाग निकला।

उल्लेखनीय है कि 28 अप्रैल को नैनी क्षेत्रान्तर्गत एडीए कालोनी में हुई हत्या की घटना के सम्बन्ध में वादी मनीष कुमार श्रीवास्तव पुत्र अरुण कुमार श्रीवास्तव निवासी LIC-16-Block-B (चकनोनिया) अक्षयवट पुराना हॉस्पिटल के पास नैनी प्रयागराज द्वारा तहरीर दी गई कि वादी के पिता अरूण कुमार श्रीवास्तव उम्र 66 वर्ष तथा माता मीना श्रीवास्तव उम्र 56 वर्ष की अज्ञात व्यक्ति द्वारा हत्या कर दी गयी । पुलिस मुकदमा दर्ज करके उसकी तलाश कर रही थी। जांच के दौरान फील्ड यूनिट के माध्यम से अभियुक्त द्वारा घटना में प्रयुक्त लोहे के हथौड़े का बेन्जीडाइन टेस्ट किया गया तो टेस्ट से हथौड़े पर रक्त लगने की पुष्टि हुई है ।

सीडीआर इत्यादि से अभियुक्त का घटना के समय घटना स्थल पर लोकेशन की मौजूदगी पायी गयी है तथा सीसीटीवी फुटेज से भी अभियुक्त को ट्रैक किया गया है। घटनास्थल पर स्थित कैमरों के माध्यम से पूरे मामले का खुलासा हो गया।

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(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल

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