– दिल्ली में सरकार जाते ही जनता काे गुमराह कर रही आआपा
चंडीगढ़, 30 अप्रैल (Udaipur Kiran) । पेयजल आपूर्ति के मुद्दे पर हरियाणा एवं पंजाब में टकराव बढ़ गया है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत द्वारा हरियाणा एवं केंद्र के संबंध में वीडियो जारी किए जाने के बाद बुधवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने वीडियो जारी करके भगवंत मान को पीने वाले पानी के मुद्दे पर राजनीति न करने की सलाह दी। नायब सैनी ने कहा कि अगर हरियाणा के कॉन्टेक्ट प्वाइंट पर अगर पानी कम आएगा तो इससे दिल्ली की जलापूर्ति भी प्रभावित होगी।
नायब सैनी ने कहा कि जब तक दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार थी तब तक दिल्ली जाने वाले पानी पर आप सरकार को कोई आपत्ति नहीं थी। अब दिल्ली में भाजपा की सरकार आने के बाद दिल्ली की जनता को सजा देने के लिए इस तरह के तथ्यहीन बयान दिए जा रहे हैं।
नायब सिंह सैनी ने स्पष्ट किया कि जो पानी बीबीएमबी एचसीपी पर भेजता है, उसमें दिल्ली के पीने का पानी 500 क्यूसेक, राजस्थान का 800 क्यूसेक और पंजाब का खुद का 400 क्यूसेक पानी शामिल होता है। इस प्रकार हरियाणा को जो पानी मिलता है, उसकी मात्रा 6800 क्यूसेक रह जाता है।
अप्रैल और मई के महीनों में पंजाब और हरियाणा में एक भी खेत में धान की रोपाई नहीं की जाती। इन दोनों महीनों में बीबीएमबी द्वारा छोड़े गए पानी से केवल पेयजल की आपूर्ति की जाती है। उन्होंने कहा कि मान साहब ने पोंग और रणजीत सागर डैम में पानी का स्तर कम होने की बात की है, परंतु यह नहीं बताया कि भाखड़ा डैम में क्या स्थिति है क्योंकि हरियाणा को पानी भाखड़ा डैम से मिलता है न कि पोंग डैम या रणजीत सागर डैम से। राज्यों की मांग हर 15 दिन में कम या ज्यादा होती रहती है, जिसे एक तकनीकी कमेटी द्वारा तय किया जाता है। पिछले एक सप्ताह में हरियाणा को केवल 4,000 क्यूसेक पानी ही प्राप्त हुआ है, जो उसकी कुल मांग का लगभग 60 प्रतिशत है।
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(Udaipur Kiran) शर्मा
