HimachalPradesh

शिमला में आवारा कुत्तों का आतंक, स्कूली बच्चे पर झुंड ने किया हमला

शिमला, 30 अप्रैल (Udaipur Kiran) । राजधानी शिमला में आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है और नगर निगम की तमाम कोशिशों के बावजूद हालात काबू में नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला बुधवार सुबह ढली टनल के पास सामने आया, जहां स्कूली छात्र पर कुत्तों के झुंड ने हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना के विरोध में बच्चे के पिता कर्मचंद भाटिया नगर निगम शिमला के बाहर धरने पर बैठ गए और प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया।

कर्मचंद भाटिया ने बताया कि उनका बेटा रोज की तरह सुबह स्कूल जा रहा था, तभी ढली टनल के समीप अचानक 8 से 10 कुत्तों ने उसे घेर लिया और हमला कर दिया। उन्होंने बताया कि बेटा लहूलुहान हालत में किसी तरह जान बचाकर घर पहुंचा। यह कोई पहली घटना नहीं है। भाटिया ने कहा कि हर दिन शिमला के अलग-अलग इलाकों में कुत्ते बच्चों, बुजुर्गों और यहां तक कि पर्यटकों पर भी हमला कर रहे हैं। रिज और मालरोड जैसे पर्यटन स्थलों पर भी हालात चिंताजनक हैं।

गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने नगर निगम पर समस्या की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब वे चुप नहीं बैठेंगे। भाटिया ने कहा कि नगर निगम बार-बार सिर्फ आश्वासन देता है, लेकिन जमीन पर कुछ नहीं होता। उन्होंने कहा कि हम तब तक धरने पर बैठे रहेंगे जब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता।

इधर नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने मामले को गंभीरता से लेने की बात कही है। उन्होंने कहा कि शहर में प्रतिदिन कुत्तों के काटने की घटनाएं सामने आ रही हैं और लोग लगातार शिकायतें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नगर निगम अब इस समस्या के समाधान के लिए कुत्तों की नसबंदी का काम आउटसोर्स करने जा रहा है। इस प्रस्ताव को नगर निगम हाउस में लाया जाएगा और एनिमल एक्ट के तहत कानूनी तरीके से कार्रवाई की जाएगी।

हालांकि शहरवासियों का कहना है कि यह समस्या अब बर्दाश्त के बाहर हो चुकी है और सिर्फ प्रस्तावों से समाधान नहीं होगा। लोगों ने मांग की है कि शहर में कुत्तों और बंदरों की बढ़ती संख्या पर तत्काल प्रभाव से नियंत्रण के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।

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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा

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