
पालमपुर, 29 अप्रैल (Udaipur Kiran) । पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई दर्दनाक आतंकी घटना को लेकर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इस घटना पर कई नेताओं ने प्रतिक्रिया दी लेकिन जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की प्रतिक्रिया सबसे संतुलित, भावुक और देशभक्ति से परिपूर्ण रही।
शांता कुमार ने रविवार काे एक बयान में उमर अब्दुल्ला की इस स्वीकारोक्ति की सराहना की कि एक मुख्यमंत्री के रूप में पर्यटकों की सुरक्षा उनकी ज़िम्मेदारी है। उन्होंने उमर अब्दुल्ला द्वारा पीड़ितों से क्षमा मांगने और इस मुद्दे को राजनीति से दूर रखने के आग्रह को एक सच्चे देशभक्त के भाव बताया।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि उमर अब्दुल्ला ने पूर्ण राज्य की मांग को स्थगित करने की बात कहकर परिपक्वता और संवेदनशीलता का परिचय दिया है। शांता कुमार ने उनके पिता फारूक अब्दुल्ला के उस बयान की भी सराहना की जिसमें उन्होंने पाकिस्तान से बातचीत की संभावना को खारिज किया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पहलगाम की इस घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान से कोई संवाद संभव नहीं है, जो आतंकवाद को बढ़ावा देता है। उन्होंने कश्मीर के सभी नेताओं को इस संकट में राष्ट्रभक्ति की भावना दिखाने के लिए धन्यवाद भी दिया।
शांता कुमार ने कहा कि भारत की संस्कृति में धर्म और राष्ट्रभक्ति साथ चलते हैं। चाहे कोई मस्जिद जाए या मंदिर, देशभक्ति उसकी पहचान होनी चाहिए। उन्होंने उमर अब्दुल्ला से आग्रह किया कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करे कि कोई भी आतंकवाद का समर्थन न करे।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला
